Home Loan के साथ देने पड़ते है ये सारे चार्जेस, लोन लेने से पहले जरूर रखें ध्यान में

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Yogesh Yadav

Home Loan Charges : हर एक व्यक्ति के जीवन की यह सबसे बड़ी इच्छा होती है कि वह अपने मर्जी से अपने सपनों का घर बनाए या फिर अच्छा सा घर खरीदे। साथ ही घर बनाना/घर खरीदना एक बड़ी इन्वेस्टमेंट होती है क्योंकि घर बनाने के लिए या खरीदने के लिए बड़ी धनराशि की जरूरत होती है। 

ऐसे मे अधिकांश लोगों में पास लाखों रुपए का फंड नही होता है जिसके चलते Home Loan का सहारा लोगों को लेना पड़ता है। यदि आप भी अपना घर खरीदने के लिए Home Loan लेने के बारे में सोच रहे हो तो आपको यह जरूर पता होना चाहिए कि Home Loan के साथ कई सारे चार्जेस देने पड़ते है। इन्हीं Home Loan Charges के बारे में हमने यहां बताया है। 

आवेदन शुल्क (Application Fees)

होम लोन के लिए जब अप्लाई किया जाता है तो आवेदन के समय जो फीस आपसे बैंक या एनबीएफसी लेता है उसे आवेदन शुल्क कहा जाता है। आवेदन शुल्क की राशि नॉन रिफंडेबल होती है जिसका अर्थ है कि आपको लोन मिले या न मिले, लेकिन आवेदन शुल्क आपको वापिस नही लौटाई जाएगी। इसीलिए होम लोन के लिए आवेदन तभी करें जब आपका पक्का इरादा हो लोन लेने का।

कमिटमेंट फीस (Commitment Fees)

जब बैंक या एनबीएफसी लोन की मंजूरी दे देता है या फिर लोन की प्रोसेसिंग शुरू हो जाती है लेकिन ग्राहक निर्धारित समय सीमा के अंदर लोन नही लेते हो तो ग्राहक से कमिटमेंट फीस लिया जाता है। यानी की अवितरित लोन के ऊपर यह फीस ग्राहक से लिया जाता है।

लीगल फीस (Legal Fees)

जिस प्रॉपर्टी को ध्यान में रखते हुए ग्राहक लोन के लिए अप्लाई करता है उस प्रॉपर्टी की कानूनी स्थिति की जांच पड़ताल के लिए बैंक या एनबीएफसी अपनी तरफ से एक वकील नियुक्त करता है। अतः उस वकील द्वारा जो फीस ली जाती है बैंक वह फीस ग्राहक से वसूलता है।

लेकिन अगर आप पहले से ही अपनी तरफ से उस प्रॉपर्टी की कानूनी स्थिति के बारे में पता कर लेते हो या फिर कानूनी संस्थान द्वारा उसे मंजूरी प्राप्त हो चुकी है तो आपको यह लीगल फीस नहीं देनी पड़ेगी। अतः इस प्रकार से लीगल फीस देने से आप बच सकते हो।

प्री–पेमेंट चार्जेस (Pre-Payment Charges)

कई बार ग्राहक बैंक या एनबीएफसी से प्राप्त लोन की राशि या फिर ईएमआई का भुगतान समय से पहले चुका देता है। अतः ऐसा करने से लोन की राशि पर जो ब्याज बैंक को लोन की राशि पर मिलता है वह बैंक को नही मिल पाता है। यानी की बैंक को मूलधन पर ब्याज न मिलने के कारण नुकसान हो जाता है। इसलिए ब्याज के रूप में होने वाले इस नुकसान की भरपाई करने के लिए आपसे प्री पेमेंट चार्जेस लिया जाता है। 

मॉर्गिज डीड फीस (Mortgage Deed Fees)

यह फीस होम लोन का चुनाव करते समय ग्राहक से वसूला जाता है जो कि लोन की राशि का कुछ प्रतिशत होता है। यह राशि होम लोन लेने के लिए बैंक या एनबीएफसी को चुकाया जाता है। लेकिन कई बार ग्राहक को लोन के प्रति आकर्षित करने के लिए बैंक/एनबीएफसी इस मॉर्गिज डीड फीस को माफ कर देती है।

Yogesh Yadav के बारे में
Yogesh Yadav मेरा नाम योगेश यादव है और पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरा अनुभव 3 सालों से अधिक का है। खास तौर पर फाइनेंस विषय के बारे में लिखने में मेरी रुचि अधिक है। म्यूचुअल फंड, बिजनेस आइडिया, बैंकिंग और पोस्ट स्कीम के बारे में लिखना मुझे पसंद है। अतः TimesBull.com के द्वारा अब मैं अपनी सेवाएं दे रहा हूं। Read More
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