नई दिल्ली NPS: अगर आप नौकरीपेशा हैं और आपको रिटायरमेंट की चिंता सता रही हैं तो अब आपको फिकर करने की जरुरत नहीं है। सरकार के द्वारा चलाई जा रही नेशनल पेंशन सिस्टम के द्वारा पेंशन प्राप्त कर सकते हैं। इसमें आप मंथली 50 हजार रुपये की पेंशन प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको पहले से ही मंथली कंट्रीब्यूशन करना होगा।
यहां पर आपको ये नहीं पता होगा कि सरकारी कर्मचारियों के NPS के तहत अधिकतर खाते खुले हुए हैं। इसमें कर्मचारियों की तरफ से बेसिक और डीए का 10 फीसदी कंट्रीब्यूशन करना होता है। वहीं नियोक्ता यानि कि सरकार की तरफ से 14 फीसदी का कंट्रीब्यूशन किया जाता है।
इस प्रकार मंथली NPS में सैलरी की 24 फीसदी राशि जमा होती है। इस प्रकार कुल कंट्रीब्यूशन बढ़कर ज्यादा हो जाता है। ऐसे में 50 हजार मंथली पेंशन पाने के लिए योगदान काफी कम हो जाता है।
कितना जमा होगा पैसा
यदि आपने 30 साल में अपनी नौकरी स्टार्ट की है और 50,000 रुपये मंथली की पेंशन चाहते हैं तो NPS में अभी 12,000 का योगदान करना होगा। इसका सीधा गणित ये है कि 30 साल पर नौकरी शुरु करके आप 60 साल पर रिटायर होते हैं तो कुल 30 साल नौकरी करेंगे।
यहां पर मंथली औसत कंट्रीब्यूशन 12,000 रुपये का होगा तो 30 साल में आपका कुल कंट्रीब्यूशन 43 लाख 20 हजार रुपये का हो जाएगा। इस पर 10 फीसदी सालाना ब्याज दर भी जोड़ें, रिटायरमेंट तक बड़ा कॉपर्स तैयार हो जाएगा।
रिटायरमेंट पर कितना मिलेगा पैसा
सिर्फ 12,000 के कंट्रीब्यूशन पर आपको 10 फीसदी की दर से 30 साल में कुल 2 करोड़ 25 लाख 56 हजार 331 रुपय का ब्याज मिलेगा। इस प्रकार आपका कुल पैसा 2 करोड़ 68 लाख 76 हजार 331 रुपये का हो जाएगा। NPS के नियम के तहत रिटायरमेंट पर आप कुल 60 फीसदी पैसा एक साथ निकाल सकते हैं। इस प्रकार आपको 1 करोड़ 61 लाख 25 हजार 798 रुपये एकमुश्त मिलेंगे।
वहीं एक साथ में 60 फीसदी पैसा निकालने के बाद 40 फीसदी पैसा खाते में बच जाएगा। इसका अर्थ है कि आपका एकसाथ पैसा निकालने के बाद 1,07,50,533 रुपये बच जाएगा। इसमें सालाना एफडी के जितना ही ब्याज मिलता है। इसी ब्याज का अर्थ है कि मंथली पेंशन बांटी जा सकती है।
ऐसे में मान लें आपको 6 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा है। वहीं एन्युटी की रकम पर सालाना 6,45,024 रुपये केवल ब्याज के रूप में मिल जाएगा। इसे मंथली के हिसाब से बाटें तो 53,752 रुपये की पेंशन होगी।