Car Modification: विदेश में करो को मॉडिफाई करना बेहद ही आम बात है और भारत में भी आप कई ऐसी कारों को देख लेंगे जो काफी ज्यादा मॉडिफाई होती है। लेकिन क्या यह कानूनी है? इस सवाल का जवाब आप में से किसी के पास नहीं होगा। इसलिए आज हम आपके लिए यह आर्टिकल लाया है जिसमें आपको पता चलेगा कि भारत में कारों का मोडिफिकेशन करवाना कानूनी है या नहीं।
वैसे आपको बता दूं कि राज्य दर राज्य कर मोडिफिकेशन के नियम अलग हैं। जैसे कि दिल्ली में आप कुछ भी नहीं करवा सकते हैं। लेकिन महाराष्ट्र में कुछ हद तक जाकर कार को मॉडिफाई कर सकते हैं। हालांकि कुछ ऐसे आम मोडिफिकेशन है जो हर कोई करवाता है और उसपर भारी चालान कट सकता है। उन्हीं को आज हम इस आर्टिकल में कर करने वाले।
एयर हॉर्न का चलन
रॉयल एनफील्ड ने लोगों को बताया कि गाड़ी की आवाज भी राहगीरों का ध्यान खींच सकता है। यही कारण है कि लोगों ने अपने गाड़ियों में एयर हॉर्न लगाना शुरू कर दिया है। लेकिन इसका प्रयोग करना प्रतिबंधित है। इसके तेज आवाज के कारण पशु पक्षियों को नुकसान पहुंचता है। यही कारण है इसे बंद कर दिया गया है।
काले शीशे से बचें
बड़े शहरों में काले शीशे लगाना एक स्टेटस सिंबल माना जाता था लेकिन इसके कारण कार के अंदर क्या हो रहा है यह पता नहीं चलता था। इसी कारण से सुप्रीम कोर्ट की आदेश ने काले शीशे को प्रतिबंधित कर दिया है। अगर आप कल शीशे को लगवाते हैं तो आपका भारी चालान कर सकता है।
नंबर प्लेट का मोडिफिकेशन
फैंसी नंबर प्लेट होना बहुत ही आम बात है। गांव से लेकर शहर तक आपको कई टू व्हीलर या फिर फोर व्हीलर पर ऐसे अतरंगी नंबर प्लेट देखने को मिल जाते हैं। यह गैरकानूनी है और अगर आप पकड़े जाते हैं तो पुलिस आपका भारी चालान काट सकती है।
क्रैश गार्ड है इल्लीगल
कार के आगे में बुल वार या फिर क्रैश कार्ड लगाना काफी आम था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उसे पैसेंजर्स के लिए असुरक्षित बताते हुए गैर कानूनी करार दिया है। क्रैश गार्ड के कारण बंपर पर दबाव नहीं आता था और एयरबैग नहीं निकलते थे। यही कारण है कि इसे बंद कर दिया जाए।