Vastu Tips: शादी को लेकर हर किसी के मन में काफी उत्साह रहता है। शादी की तैयारी सिर्फ खरीदारी के बारे में नहीं है, बल्कि जो जोड़े शादी के बंधन में बंधने की योजना बना रहे हैं वे अपनी शादी की तैयारी के अन्य पहलुओं पर भी चर्चा करते हैं। ज्यादातर आपने देखा होगा कि शादी से पहले भी कपल्स अपने घर और कमरे के डिजाइन को लेकर चर्चा करते हैं।
जाहिर सी बात है कि नई दुल्हन के आने से घर में अपार खुशियां आती हैं। हिंदू धर्म में दुल्हन को देवी लक्ष्मी का रूप माना जाता है। विवाह के अवसर पर देवी लक्ष्मी का स्वागत करने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है, यह बहुत जरूरी है कि घर में जो नया सदस्य जुड़ने वाला है वह खुश रहे।
कौन अपने कमरे में सहज महसूस नहीं करता? इसलिए नवविवाहित जोड़े के कमरे को सजाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। वास्तु विशेषज्ञों का कहना है कि कमरे की दिशा, रंग और उसमें रखा सामान वास्तु के अनुसार होना चाहिए। यह नवविवाहितों के रिश्ते को बेहतर बनाने में मदद करता है।
वास्तु के अनुसार नवविवाहितों के शयनकक्ष की बात हो तो दिशाओं का बहुत महत्व होता है। इसलिए वास्तु के अनुसार नवविवाहित जोड़े का कमरा दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए।
हालाँकि, कई बार नवविवाहित जोड़े का कमरा वास्तु नियमों के अनुसार नहीं होता है। ऐसे में उसका बिस्तर इस तरह होना चाहिए कि दुल्हन का सिर दक्षिण दिशा की ओर हो और उसके पैर कमरे की उत्तर दिशा की ओर हों। यहां यह ध्यान रखना जरूरी है कि पैर कमरे के प्रवेश द्वार या दरवाजे की ओर नहीं होने चाहिए।
यदि यह व्यवस्था संभव न हो तो सिर के लिए पूर्व दिशा पर विचार किया जा सकता है। लेकिन जब आप गर्भधारण करना चाहती हैं तो आपको सोने की दिशा बदल लेनी चाहिए।
नवविवाहितों को अपने लिए लकड़ी का बिस्तर चुनना चाहिए। धातु में ठंडी ऊर्जा होती है जबकि लकड़ी में गर्म ऊर्जा होती है। नवविवाहित जोड़ों को गर्म ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि अगर आपके बिस्तर में डिब्बे हैं तो भूलकर भी उसमें कोई कबाड़ या कोई नुकीली चीज नहीं रखनी चाहिए। इतना ही नहीं गद्दा भी सिंगल होना चाहिए।
कमरे की दीवारों के लिए आप अपने पसंदीदा रंग का प्रयोग कर सकते हैं। यदि संभव हो तो कमरे में जहां भी संभव हो लाल रंग का प्रयोग करें। लाल रंग ऊर्जा बढ़ाता है, नवविवाहित जोड़े के रिश्तों में मधुरता लाता है और उनमें प्यार बढ़ाता है।
लाल रंग का अधिक प्रयोग न करें क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जब कोई जोड़ा गर्भधारण करने की योजना बना रहा हो तो यह समस्या पैदा कर सकता है। इसलिए इसका सेवन कम मात्रा में ही करें।