Vastu tips for kitchen : वास्तु शास्त्र प्राचीन भारतीय ज्योतिषीय और वास्तुकला सिद्धांत है, जिसे घर और अन्य निर्माण कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं पर आधारित है और घर के विभिन्न हिस्सों के लिए निश्चित निर्देश देता है। इसमें बेडरूम, बाथरूम, और किचन को महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है, और इन जगहों के निर्माण में वास्तु के नियमों का पालन किया जाता है।किचन भी वास्तु शास्त्र में महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह घर में खाना बनाने का स्थान होता है, और अन्नपूर्णा देवी का आवास माना जाता है।
वक्त के साथ आधुनिक जीवन शैली ने परिवारों के संस्कारों और जीवन पद्धतियों में बदलाव लाया है, जिससे गृह कलह और सेहत से संबंधित समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। आधुनिक जीवनशैली का सामाजिक, आर्थिक, और तकनीकी परिवर्तन लाए हैं, जिससे लोगों के बीच के संबंधों और परंपरागत संस्कारों में बदलाव हो रहा है। आइये जानते है इस आधुनिक जीवनशैली में किचन से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स :
किचन को साफ करने के बाद ही सोए:
किचन को साफ करने के बाद ही सोना चाहिए। यह वास्तु शास्त्र के प्रमुख सिद्धांतों में से एक है और घर की ऊर्जा को सकारात्मक तरीके से प्रभावित कर सकता है। यदि रात के भोजन के बाद किचन को गंदा छोड़ दिया जाता है, तो यह घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकता है, जिससे परिवार के सदस्यों के बीच झगड़ें और क्लेश की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
जुठे बर्तनों में पानी डाल के रखें :
रात के खाने के बाद जूठे बर्तनों में पानी डालकर रखने और गैस चूल्हे और प्लेटफार्म को साफ करने के बाद हटाने से वास्तु दोष से बचा जा सकता है। वास्तु शास्त्र में ऐसे उपायों का भी महत्व माना जाता है जो आर्थिक संकट से बचाव करते हैं और मां लक्ष्मी की कृपा को बढ़ावा देते हैं।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.