Vastu Tips : वास्तु शास्त्र में मान्यता है कि घर में रखी गई चीजों की व्यवस्था और उनकी ऊर्जा में सही दिशा महत्वपूर्ण होती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में मौजूद चीजें दिशानिर्देशों के अनुसार सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा को प्रेरित कर सकती हैं। इस प्रकार, यह माना जाता है कि घर की स्थिति, दिशा, और वस्तुओं के आपसी संयोजन से घर के निवासीओं पर प्रभाव पड़ सकता है। यहां कुछ उदाहरण दिए जा रहे हैं जिनमें आपको सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रभाव समझने में मदद मिल सकती है:
टूटी और बेकार चीज़े :
वास्तु शास्त्र में मान्यता है कि टूटी और बेकार हो चुकी चीजें नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकती हैं, और इससे घर में नकारात्मक प्रभाव हो सकता है। टूटी हुई चीजें नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती हैं, जो घर के वातावरण में नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
कांटेदार पौधे न लगाये :
कांटेदार पौधे को वास्तु शास्त्र में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देने वाले प्रतीक के रूप में माना जाता है, और इससे घर में तनाव, विवाद और अन्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। कांटेदार पौधों की बजाय, आपके घर में सकारात्मकता को बढ़ावा देने वाले पौधे लगाना आपके वातावरण को सकारात्मक बना सकता है। कुछ पौधे जैसे कि तुलसी, एलोवेरा, लकड़ी बरगद, नीम आदि को वास्तु के अनुसार सकारात्मक ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के लिए लगाने का सुझाव है।
आईने को बेड के सामने न रखें :
वास्तु शास्त्र के अनुसार बेड के सामने दर्पण न लगाने के महत्वपूर्ण सिद्धांतों का संक्षेपित रूप में उल्लेख किया है। वास्तु शास्त्र में दर्पण को नकारात्मक ऊर्जा को प्रतिबिंबित करने वाले प्रतीक के रूप में माना जाता है और यह बेड के सामने लगाने से नींद और सुख-शांति में अधूरापन आ सकता है।
घर में भूलकर भी यहां न रखें जूते-चप्पल
जिस घर में जूते-चप्पल सही जगह नहीं रखें होते हैं उस घर में जल्दी ही नेगेटिव एनर्जी आ जाती है। बेड के नीचे या मेन गेट पर जूते-चप्पल नहीं रखें। इससे आपके घर में नेगेटिव एनर्जी आती है।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.