Vastu Dosh: सनातन धर्म को मानने वाले सभी लोगों के घरों में तुलसी की पूजा की जाती है। तुलसी का पौधा घर के बाहर या आंगन में लगाया जाता है। धार्मिक महत्व के साथ-साथ तुलसी का आयुर्वेदिक महत्व भी है। तुलसी कई प्रकार की बीमारियों को दूर करने में सहायक है।
पूजा-पाठ के अलावा तुलसी का प्रयोग कई तरह से किया जाता है। जैसे तुलसी की लकड़ी का प्रयोग हवन में किया जाता है या फिर इसकी लकड़ी से मालाएं बनाई जाती हैं। कई बार आपने देखा होगा कि तुलसी में फल लगते हैं। तुलसी के इस फल को मंजरी कहा जाता है। इस मंजरी को हम तोड़कर फेंक देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे तोड़ने के बाद क्या करना चाहिए?
हिंदू धर्म में तुलसी को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। तुलसी का जितना महत्व धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है उतना ही महत्व ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में भी बताया गया है। तुलसी की पूजा से जुड़े कई नियम हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य है। धार्मिक ग्रंथों में तुलसी की जड़ से लेकर पत्तियों और तने तक के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।
मंजरी का क्या करना चाहिए?
मंजरी बन जाने पर तुलसी को तोड़कर फेंक देना गलत माना जाता है। जब मंजरी आये तो उससे सम्बंधित तीन काम करने चाहिए. इन कामों को करने से घर धन-धान्य से भरा रहता है। जब भी तुलसी के पत्ते उगें तो उन्हें तुरंत तोड़ लें, लेकिन फेंकें नहीं। इसे लाल कपड़े में लपेटकर मंदिर में रख दें। इसके अलावा आप मंजरी को घर की तिजोरी या पूर्व दिशा में भी रख सकते हैं। ऐसा करने से धन के स्रोत खुलेंगे और धन लाभ होगा।
इन चीजों में तुलसी के बीज मिला लें
1- नहाने के पानी में तुलसी के पत्ते डालकर नहाएं. ऐसा करने से वास्तु दोष दूर होते हैं और ग्रह दोषों से भी मुक्ति मिलती है।
2- अपने पीने के पानी में हमेशा तुलसी के पत्ते जरूर रखें.
3- आप तुलसी के पत्तों को जला सकते हैं. इससे घर में शुभता आती है।
4- घर में दीपक जलाते समय उसमें मंजरी जरूर रखें। अगर आप ऐसा करेंगे तो आपके घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाएगी।