किसी को आशीर्वाद देते वक्त आम तौर पर कहा जाता है कि सब कुशल मंगल हो, लेकिन कुंडली में मंगल दोष को इतना भी अधिक अच्छा नहीं माना जाता है। खासकर तब, जब व्यक्ति मांगलिक हो। ऐसे में मंगल दोष को दूर करने के उपाय किए जाते हैं। जिन लोगों की कुंडली के पहले भाव में मंगल (Mars) हो उनका आने वाला जीवन कैसा रहेगा आइए जानते हैं इसके बारे में।
परिश्रमी होते है ऐसे लोग
वैसे मंगल (Mars) के प्रभाव से व्यक्ति में काफी उत्साह देखने को मिलता है। कुंडली के प्रथम भाव में मंगल ग्रह होने से वह व्यक्ति साहसी होता है। वह अपने परिश्रम के बल पर सभी बाधाओं को पार करता जाता है।
करियर में ऊंचा मुकाम
ज्योतिष में माना जाता है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह बलवान हो, तो वह बहुत साहसिक कार्य करता है। उदाहरण के तौर पर वह व्यक्ति सेना में ऊंचे पद पर हो सकता है। वह किसी उच्च पद पर बड़ा अधिकारी भी बन सकता है।
बीमारियों की भी रहती है संभावना
जिन व्यक्तियों की कुंडली के पहले भाव में मंगल होता है, उन्हें छोटी- मोटी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कुछ रोग होने की आशंका भी बनी रहती है।
कुंडली के पहले भाव में मंगल का अच्छा प्रभाव
जिन लोगों की कुंडली के पहले भाव में मंगल होता है, उनमें गतिशीलता और सकारात्मक ऊर्जा हमेशा बनी रहती है। ऐसे लोग अपनी धुन के पक्के और दृढ़ निश्चयी होते हैं। ये लोग काफी महत्वाकांक्षी भी होते हैं। इन लोगों में अपने काम के प्रति समर्पण एवं कुशलता भी देखने को मिलती है।
नकारात्मकता से दूर
जिन लोगों के प्रथम कुंडली के प्रथम भाव में मंगल होता है, वे बहुत सकारात्मक विचारों वाले होते हैं। वे नकारात्मकता एवं नकारात्मक लोगों से दूरी बनाकर रखते हैं। इतना ही नहीं हर परिस्थिति को अच्छी तरह से संभालना भी जानते हैं।
पहले भाव में मंगल के कारण होती है विवाह में बाधा
कुंडली के पहले भाव में मंगल वैवाहिक जीवन में बड़ी समस्या का भी सूचक होता है। ऐसा माना जाता है कि किसी मांगलिक व्यक्ति का विवाह दूसरे मांगलिक व्यक्ति से ही करना शुभ होता है। अन्यथा बाद में वैवाहिक जीवन में कई समस्याएं आ सकती हैं।