मार्गदर्शक ग्रह हैं बृहस्पति, जानिए आपकी कुंडली में कहां हैं?

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Santy

किसी व्यक्ति के जीवन के बारे में यदि कुछ भी जानना हो तो, उसे हम उस व्यक्ति की कुंडली के माध्यम से जान सकते हैं। व्यक्ति की कुंडली से उसके पूरे जीवन-मरण और कर्मों का पता चलता है। आइये जानते हैं कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली के पहले भाव में बृहस्पति (Jupiter) हों तो क्या होता है।

उदार व्यक्तित्व का स्वामी
किसी व्यक्ति की कुंडली में प्रथम भाव में बृहस्पति (Jupiter) का होना इस बात का सूचक है कि वह एक उदार तथा अच्छा व्यक्ति है। वह व्यक्ति नेक इरादों वाला भी है।

मार्गदर्शक ग्रह हैं गुरु
आपकी कुंडली में बृहस्पति आपको आगे के पथ पर ले जाएंगे। यह ग्रह आपका मार्गदर्शन करने वाला ग्रह होता है, क्योंकि इसे गुरु भी कहा जाता है और गुरु से बड़ा मार्गदर्शक कौन हो सकता है। इसलिए कुंडली के पहले भाव में बृहस्पति का होना यह बताता है कि आप एक धनी व्यक्तित्व के इंसान हैं।

बृहस्पति के प्रभाव से व्यक्ति होगा कर्मठ
कुंडली के पहले भाव में बृहस्पति का होना उस व्यक्ति के लिए निरंतर प्रगति और धन वैभव में बढ़ोतरी का प्रतीक है। प्रथम भाव में बृहस्पति का होना व्यक्ति के आशावादी और कर्मठ होने का भी प्रतीक है। कुंडली में बृहस्पति वाले लोग मेहनत करने से नहीं घबराते हैं।

भाग्यशाली होते हैं लोग
जिनकी कुंडली के पहले भाग में बृहस्पति ग्रह होता है, वे लोग बहुत ही भाग्यशाली होते हैं। अपने जीवन में काफी सफलता प्राप्त करते हैं। इन लोगों को जीवन में हमेशा तरक्की मिलती है।

खराब बृहस्पति से विवाह में बाधा
यदि आपकी कुंडली में बृहस्पति की स्थिति ठीक नहीं है, तो आपको अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। व्यक्ति को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं साथ ही विवाह और धन के मामले में भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। बृहस्पति के दुषित होने से विवाह आदि में भी रुकावट आती है।

बृहस्पति को मजबूत करने के उपाय
यदि आपकी कुंडली में बृहस्पति दुषित हैं, तो आपको कई तरह की समस्या हो सकती है। बृहस्पति को मजबूती प्रदान करने के लिए आपको गुरुवार का व्रत रखना चाहिए। इसके साथ ही भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। प्रत्येक गुरुवार को केले के पौधे में जल डालना चाहिए। गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण करने से भी बृहस्पति मजबूत होता है।

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