वैसे तो चंद्रमा (Moon) का कुंडली के दूसरे भाव में होना काफी अच्छा माना जाता है लेकिन इस दौरान व्यक्ति को थोड़ा सावधान होने की भी जरूरत होती है। दरअसल, कुंडली में जब चंद्रमा होता है तो व्यक्ति की आर्थिक स्थित बेहतर होती है। इंसान नाम भी काफी कमाता है। घर-परिवार में खुशी भी रहती है। उनका जीवन खुशहाल रहता है। लेकिन इसमें उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकता है। ऐसा नहीं की उस दौरान होने वाली इन परेशानियों को नजरअंदाज कर दें। इस परिस्थिति से बाहर निकले के उपाय करने चाहिए।
दूसरे ग्रहों से प्रभावित हो जाता है चंद्रमा
अगर आपकी कुंडली के दूसरे भाव में चंद्रमा हैं, तो वह दूसरे ग्रहों से भी प्रभावित हो सकता है। ऐसी स्थिति में आपकी परेशानी बढ़ सकती है। यदि चंद्रमा किसी दूषित ग्रह के प्रभाव में आ गया हो, तो आपको आर्थिक रूप से नुकसान उठाना पड़ सकता है। लेकिन चंद्रमा को अगर किसी दूसरे ग्रह से मजबूती मिल रही है, तो आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
काम से ज्यादा दिखावा में लग रहते हैं ऐसे लोग
दूसरे भाव में चंद्रमा के कारण व्यक्ति को काम में कम और दिखावे में ज्यादा मन लगता है। ऐसे व्यक्ति के काम का स्तर उसकी मनोदशा पर निर्भर करता है। यदि वे अच्छा महसूस कर रहे हैं, तो उनका बर्ताव, स्वभाव और कार्य बेहतर होगा। वहीं, अगर उन्हें अच्छा महसूस नहीं हो तो विपरीत परिणाम मिलने की संभावना होती है।
लग्जरी चीजों के प्रति होता है ज्यादा आकर्षण
कुंडली के दूसरे भाव में चंद्रमा होने से इंसान लग्जरी चीजों के प्रति अधिक आकर्षित होता है। ऐसे लोगों के लिए धन सिर्फ इच्छाओं की पूर्ति करने का साधन मात्र हो सकता है। ऐसे लोग ज्यादा खर्च करने वाले और लापरवाह हो सकते हैं। जिन लोगों की कुंडली के दूसरे भाव में चंद्रमा मौजूद हैं, उन्हें अपनी इच्छाओं और जिम्मेदारियों के बीच तालमेल बैठाने का प्रयास करना चाहिए।