Astro News: देवउठनी एकादशी होने के बाद हिंदू धर्म में विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू हो जाते हैं। ऐसे में शुक्र ग्रह के उदय होने के साथ शुभ लग्न भी बनने लगते हैं। नवग्रह में कहा गया है कि बृहस्पति ग्रह सबसे श्रेष्ठ ग्रह में से एक है। इसलिए नवग्रह में गुरु की उपाधि बृहस्पति को माना गया है। राशि चक्र में धनु और मीन राशि का स्वामी बृहस्पति है। कुंडली में गुरु की स्थिति जब मजबूत होती है तब जीवन में भाग्य उदय होने लगता है।
विवाह में किसी प्रकार की बाधा नहीं आती है संतान सुख एवं आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगती है, अगर किसी व्यक्ति के कुंडली में गुरु ग्रह खराब है तो उसे बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, साथ ही विवाह में भी देरी होती है ऐसे में अगर आपके भी गुरु ग्रह मजबूत नहीं है तो आप गुरुवार के दिन इन उपाय को करके अपने गुरु ग्रह को मजबूत बना सकते हैं। आइए जानते हैं कि यह कौन से उपाय है जिससे आप अपने विवाह में आ रही देरी को दूर कर सकते हैं।
गुरुवार के दिन करें ये उपाय-
-गुरुवार के दिन आप नहाते वक्त अपने पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करते हुए ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करते रहे।
-गुरुवार के दिन माथे पर केसर का तिलक लगाकर भगवान गुरु का व्रत रखें गुरुवार के दिन भगवान विष्णु का पूजा करें और विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें।
– गुरुवार के दिन किसी भी व्यक्ति को उधार देने से बचें और धन खर्च नहीं करना चाहिए नहीं तो गुरु की स्थिति खराब होती है और लोगों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है।
– गुरु बृहस्पति की कृपा पाने के लिए आप गुरुवार के दिन व्रत एवं गुरु पूजा गुरु ध्यान करें साथ ही पीला वस्त्र धारण कर पीला भोजन खाएं, गुरु भगवान का कथा सुने और पूजा में पीले पुष्प, पीला भोग, पीले वस्त्र का अर्पण करें साथ ही केले के पौधे या वृक्ष को स्नान करवाने के दौरान गुड़, चना दाल और पानी से भगवान का केले के पौधे में जल अर्पित करें।