शौचालय के वास्तु पर तो ध्यान देते हैं, लेकिन कभी सोचा है मग्गा कैसा हो

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Santy

अगर आप नए घर का निर्माण करने जा रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है। दरअसल, कई लोग घर के किसी भी दिशा में शौचालय (Toilet) बना देते हैं, जो ठीक नहीं माना जाता है। इसका घर में नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और लोग परेशान होते हैं। वहीं, अगर आप शौचालय का निर्माण सही दिशा में करते हैं तो फिर घर में पॉजिटिव एनर्जी (Positive Energy) आती है और इससे आपकी खुशियां बढ़ती है।

शौचालय का मग्गा होना चाहिए स्टील का

लोग शौचालय तो बना लेते हैं और उसमें मग्गा भी रखते हैं, लेकिन यह मग्गा कैसा होना चाहिए, इसपर कोई ध्यान नहीं देता। हालांकि यह काफी महत्वपूर्ण है।शौचालय में प्लास्टिक का मग्गा नहीं बल्कि स्टील का (Steel Mug) रखना चाहिए। इस उत्त और पूर्व कोण में ही रखना चाहिए।

शौचालय के लिए वास्तु टिप्स

  • इस बात का ध्यान रखें कि घर के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में शौचालय का निर्माण कराना सबसे अच्छा माना जाता है।
  • बाथरूम और शौचालय के निर्माण के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा से बचें। इससे निगेटिव एनर्जी बढ़ती है। कई लोगों को इसका ज्ञान नहीं होता और वे ये गलती कर बैठते हैं। एेसे में आप इसका ख्याल जरूर रखें।
  • शौचालय का प्रवेश द्वार उत्तरी या पूर्वी दीवार के साथ होना चाहिए।
  • टॉयलेट सीट के लिए उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पूर्व दिशा सर्वोतम हैं। स्थान एेसा होना चाहिए कि शौचालय की सीट पर बैठते समय व्यक्ति का मुख उत्तर या दक्षिण की ओर हो।
  • आपके बाथरूम का शॉवर या वॉश बेसिन उत्तर-पूर्व, उत्तर या पूर्व में होना चाहिए।
  • बाथरूम की दीवार रसोई या पूजा घर के साथ न हो।
  • बाथरूम की पाइपलाइन का आउटलेट पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए।
  • बाथरूम या शौचालय में शीशा लगाते समय यह सुनिश्चित कर लें कि वह पूर्व या उत्तर दिशा में हो। वॉश बेसिन के लिए भी यही नियम अपनाएं।
  • वास्तु के अनुसार, बाथरूम और टॉयलेट के लिए हल्के पेस्टल शेड्स सबसे अच्छे होते हैं। आप हल्का नीला, गुलाबी या ग्रे जैसे रंग चुन सकते हैं।
  • अपने बाथरूम या शौचालय के लिए हमेशा लकड़ी का दरवाजा चुनें। धातु का दरवाजा निगेटिव ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है।
  • शौचालय बनाने समय आपको इन सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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