नई दिल्ली। नई दिल्ली। आज से करोड़ों वर्ष पूर्व से ही छठ पूजा (Chhath Puja 2023) का त्यौहार मनाया जाता आ रहा है। मान्यता है कि छठी मैय्या ( Kab hai Chhath Puja) बहुत जल्दी ही प्रसन्न होती हैं और छोटी सी गलती पर तुरंत नाराज भी हो जाती हैं। इसलिए पूजा के दौरान हर छोटी – से छोटी बातों को ध्यान में रखने की जरुरत होती है।
चार दिनों तक चलने वाला छठ का महापर्व इस साल 17 नवंबर से शुरू हो जायेगा, जो 20 नवंबर को समाप्त होगा। ऐसी मान्यता है कि सूर्य देव की कृपा से घर में कभी भी धन – धान्य की कोई कमी नहीं होती है। छठी माई संतान प्रदान करती हैं।
छठ का महापर्व बेहद ही ज्यादा कठिन माना जाना है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि छठ देवी सूर्यदेव की बहन हैं। इसलिए छठ देवी की कृपा पाने के लिए सूर्य देव को खुश किया जाता है।हिन्दू धर्म में छठ पूजा को सभी त्यौहार में से कठिन माना जाता है।
इस पूजा के बेहद ही कड़े नियम होते हैं। छठ पूजा के दौरान छोटी – छोटी बातों को ध्यान में रखने की जरुरत होती है। छठ मैय्या का प्रसाद जूठा नहीं हो इसलिए प्रसाद को बच्चों से हटाकर रखना चाहिए। तो आईये आपको बताते हैं कि इस पूजा के दौरान हमें किन – किन गलतियों (Chhath Puja me na kare ye Galti) को करने से बचना चाहिए।
- सूर्य भगवान को जिस बर्तन से अर्घ्य दिया जाता है, वो चांदी, स्टेनलेस स्टील, ग्लास या प्लास्टिक का नहीं होना चाहिए।
- छठ पूजा का प्रसाद उस जगह पर नहीं बनाना चाहिए जहां आप रोजाना खाना बनाते हैं।
- ध्यान रहे पूजा का प्रसाद मिट्टी के चूल्हे पर पर भी बनाएं। इसे शुद्ध माना जाता है।
- जिस भी घर में छठ पूजा हो रहा है वहां प्याज और लहसुन बिल्कुल न रखें।
- व्रत रखने वाले लोगों को बेड पर नहीं सोना चाहिए।
- बच्चों को पूजा से पहले प्रसाद और फल खाने को नहीं देना चाहिए।
- प्रसाद बनाते वक्त कुछ भी खाना वर्जित है।
- पूजा के दौरान हर किसी को साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिए।
- बिना हाथ धोए पूजा के किसी भी सामान को गलती से भी ना छूने की कोशिश करें।
- छठ पूजा के दौरान सात्विक भोजन करना चाहिए।
- छठ पूजा में करते समय लोगों को अभद्र भाषा का एकदम इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.