नई दिल्लीः अपराध और नफरत की दुनिया से निकलकर सियासत को ढाल बनाने वाले अतीक अहमद और उसके भाई की शूटरों ने तड़ातड़ गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, जिसकी वजह पुलिस के सामने गोली मारना बताया जा रहा है। अतीक और अशरफ की हत्या के बाद प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ खुद नजर बनाए हुए हैं, जिसकी सच्चाई के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया गया है। न्यायिक आयोग का अध्यक्ष पूर्व जज को बनाया गया है। तीन सदस्यीय कमेटी मामले की जांच करेगी, जिसे दो महीने में रिपोर्ट सौंपनी हौगी।
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद अब एसटीएफ भी इस मामले में विदेशी कनेक्शन खंगालने में लगी है। एसटीएफ ने अतीक के संबंध विदेशों में भी होने की आशंका जताई है। इस मामले में फरार चल रही अतीक की पत्नी शाइस्ता और करीबी शूटर गु्ड्डू मुस्लिम की गिरफ्तारी के लिए एसटीफ की टीम जगह-जगह छापेमारी कर रही है।
बताया जा रहा है कि अतीक अहमद द्वारा बुना गया अपराध का साम्राज्य कई और देशों में भी फैला हुआ है, जिसकी सतह तक अब एसटीएफ जाना चाहती है। माना जा रहा है अतीक अहमद का दायां हाथ कहे जाने वाला गुड्डू मुस्लिम सारा नेटवर्क देखता था, जिसके तार विदेशों से भी जुड़े होने की बात कही जा रही है। शूटर द्वारा की गई हत्या से पहले भी अतीक अहमद और भाई अशरफ गुड्डू मुस्लिम के बारे में कुछ बोल रहे थे, जो शब्द अधूरे रह गए।
गुड्डू मुस्लिम लंबे समय से है फरार
अतीक अहमद के बेहद करीबी माना जाने वाला शूटर गुड्डू मुस्लिम अब काफी दिनों से फरार चल रहा है। उसकी गिरफ्तीर के लिए पुलिस के साथ-साथ एसीटीएफ की टीम भी जगह-जगह छापेमारी कर रही है, लेकिन अब वह हत्थे नहीं चढ़ सका है। एसटीएफ को लगता है कि गुड्ढू मुस्लिम ही अतीक अहमद के काले साम्राज्य से जुड़े कई और बड़े राज खोल सकता है, जिसका अब सभी को इंतजार है। गुड्ढ़ू मुस्लिम को भी अपने एनकाउंटर का डर सता रहा है, जिसके चलते वो काफी दिनों से फरार है।
गुड्डू मुस्लिम पर कुछ बोल रहे थे अतीक और अशरफ, इतने ही शूटरों ने गोली से भून डाला
शनिवार देर रात जब पुलिस की टीम अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज के मेडिकल कॉलेज लेकर जा रही थी, तभी मीडिया कर्मियों ने उनसे सवाल पूछा। सवाल पूछते ही दोनों भाई गुड्डू मुस्लिम पर कुछ बोल रहे थे, लेकिन बात पूरी नहीं हुई और तीन शूटरों ने ऑन कैमरा एक के बाद एक 13 गोली मार दी। इसके बाद दोनों भाईयों की मौके पर ही हत्या हो गई। इसके बाद इस इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया।