नई दिल्ली। दुनिया में ऐसे बहुत से हिंदू मंदिर है, जो अपने बनावट या फिर रहस्यमई कारणों से प्रसिद्ध हैं। प्राचीन काल में ऐसे बहुत से मंदिर आज भी सलामत है। जिसमें इन्हीं में से एक मंदिर तन्हा लोट मंदिर है, जो कि इस्लामिक कंट्री इंडोनेशिया में आज भी समुद्र के बीच स्थित है। कहा जाता है कि इस मंदिर की रखवाली विषैले सांप द्वारा की जाती है। आइए जानते हैं कि इस मंदिर की अनोखी कहानी क्या है। भारत में भी ऐसे बहुत से मंदिर बने हैं जिनकी अपनी अलग रहस्यमई कहानी है। ऐसे में इस इंडोनेशिया में स्थित मंदिर जो कि भारत के बाहर किसी मुस्लिम देश में स्थित मंदिर की कहानी काफी रोचक है। आइए जानते हैं इसके बारे में-
इंडोनेशिया के बाली में यह मंदिर मौजूद है। यह सागर के तट पर बड़ी चट्टान से बना हुआ है। कहा जाता है कि करीब 600 साल पुराना यह मंदिर का नाम तन्हा लोटा रखा गया है। स्थानीय भाषा में तनहा नोट का अर्थ है समुद्री भूमि। इस मंदिर की सुंदरता इतनी खूबसूरत है कि इंडोनेशिया में जो कोई भी घूमने आता है इस मंदिर में जरूर जाता है।
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मंदिर की रोचक कहानी क्या है
धार्मिक मान्यता के मुताबिक 15वीं सदी में निरर्थ नाम के एक पुजारी समुद्र के किनारे चलते हुए इस जगह पर आए थे। इस जगह की खूबसूरती उन्हें इतनी पसंद आई कि वह यहां रहने के बारे में सोचें। यहां की सुंदरता के चलते इस जगह पर मंदिर बनवाने के लिए मछुआरों की सहायता ली। प्रचीन कथा के अनुसार यह मंदिर समुद्र के देवता को समर्पित है। इस मंदिर की पूजा भी होती है। बाली पौराणिक कथाओं के अलावा गया यह मंदिर हिंदू धर्म से बहुत प्रभावित है।
मंदिर की पहरेदारी जहरीले सांप के द्वारा किया जाता है।
समुद्र में बने इस मंदिर की सुरक्षा जहरीले सांप के द्वारा की जाती है, जिनका स्थान शीला के नीचे है, कहा जाता है कि मंदिर को बुरी शक्ति एवं घुसपैठियों से बचाने का काम करते हैं, मान्यता है कि पुजारी निरर्थ ने अपनी शक्ति से एक विशाल समुद्र सांप का पैदा किया था जो कि आज भी इस मंदिर की रखवाली कर रहा है।