नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal Update) इस समय तिहाड़ जेल में बंद हैं और दो दिनों से सीएम की तबियत भी खराब बताई जा रही है। खबरों के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल का वजन भी लगभग 4 किलों तक कम हो गया है। इसी बीच सीएम को लेकर एक राहत भरी खबर सामने आ रही है।
दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) ने अरविंद केजरीवाल के मुक़दमे पर फैसला सुनाया और केजरीवाल के इस्तिफ़े की मांग को नकार दिया है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग वाली याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया है।
क्या CM पद से इस्तीफा देंगे केजरीवाल
फिलहाल, दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। दिल्ली हाई कोर्ट का कहना है कि केजरीवाल सीएम के मुख्यमंत्री बने रहेंगे या नहीं, यह उनका निजी फैसला है। हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता को संवैधानिक अधिकारियों से संपर्क करने को कहा।
दिल्ली हाई कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल के मुक़दमे पर फैसला सुनाया है और उनके इस्तिफ़े की मांग को नकारा है। कोर्ट ने कहा है कि अगर कोई संघर्ष और परेशानी से गुजर रहा है तो, राष्ट्रपति या एलजी फैसला लेंगे, कोर्ट इसमें हस्तक्षेप नहीं करेगा। ये एक बड़ा मोड़ है देश की राजनीति में और जनता के लिए महत्व पूर्ण है।
अरविंद केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने अपनी तरफ से अपने स्टैंड को स्थापित किया। सिंघवी ने कहा कि चुनाव आये हैं और इस समय केजरीवाल को गिरफ़्तार किया गया है, ताकि वहां चुनाव प्रचार में या चुनाव अभियान में हिसा न ले सके। सिंघवी का कहना है कि “न्यायालय को देखना होगा कि चुनाव में सभी पक्षों को बराबर अवसर मिले। पहला समन नवंबर में दिया गया था और मार्च में गिरफ़्तार किया गया। ईडी के पास पीएमएलए के अंतरगत गिरफ्तार करने के लिए कोई सबूत नहीं है।”
अजय रस्तोगी ने कहीं बड़ी बात
इस हफ्ते की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश अजय रस्तोगी ने कहा था कि केजरीवाल को इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि वह एक उच्च पद पर हैं। न्यायाधीश ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “अगर आप हिरासत में हैं, तो मुझे लगता है कि हिरासत में लिए गए व्यक्ति के लिए पद पर बने रहना अच्छा नहीं है।
इतना ही नहीं रस्तोगी ने जे जयललिता, लालू प्रसाद यादव और हेमंत सोरेन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इन सभी ने भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तारी से पहले सीएम के पद से इस्तीफा दे दिया था।
वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को आतिशी ने कहा कि केजरीवाल इस्तीफा नहीं देंगे क्योंकि उन्हें दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति घोटाला मामले में अभी तक दोषी नहीं ठहराया गया है। “अरविंद केजरीवाल के पास दिल्ली विधानसभा में भारी बहुमत है, इसलिए अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा नहीं देंगे। अगर अरविंद केजरीवाल आज इस्तीफा दे देते हैं, तो यह भारतीय जनता पार्टी के लिए विपक्षी सरकारों को गिराने का एक बहुत ही सरल और सीधा समाधान होगा।