नशा बुरी चीज होती है। नशा करने वाला इसे छोड़ना तो चाहता है, लेकिन आदत हो जाने के कारण नशे की लत छोड़ना उसके लिए काफी मुश्किल भरा होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, शराब (Sharab) की लत का कारण आपकी कुंडली में मौजूद ग्रह भी होते हैं। अगर नहीं तो हम आपको बताते हैं कि आपकी कुंडली में मौजूद नीच ग्रह के कारण व्यक्ति को शराब की लत लग जाती है, लेकिन ग्रहों की स्थिति में सुधार कर इस लत (Addiction) से छुटकारा पाया जा सकता है।
ग्रह और नक्षत्रों की स्थिति के कारण लगती है नशे की लत
अगर कुंडली में चंद्रमा और राहु के साथ आर्द्रा, स्वाति या शतभिषा नक्षत्र में होता है, तो व्यक्ति को शराब पीने की लत लग जाती है। हालांकि राहु की कई दूसरी स्थितियां भी हैं, जो व्यक्ति को शराबी बना देती है।
राहु अपनी नीच राशि में हों, तो बना देते हैं शराबी
राहु अगर अपनी नीच की राशि वृश्चिक में हो और चंद्रमा पर शनि, केतु और मंगल की दृष्टि हो, तब भी व्यक्ति शराबी बन जाता है। हालांकि चंद्रमा पर गुरु अगर अपनी दृष्टि डालें, तो व्यक्ति की नशे की लत छुट जाती है।
राहु और शुक्र की युति भी बनाता है शराबी
इसी तरह कुंडली में राहु और शुक्र की युति हो, तो व्यक्ति शराबी हो सकता है। शुक्र अगर कमजोर यानी नीच का हो, तब भी व्यक्ति को शराब या नशे की आदत हो सकती है।
लग्न भाव में चंद्रमा के दुषित होने से लगती है लत
अगर कुंडली के लग्न भाव में चंद्रमा हों और वे छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी के साथ ही राहु से प्रभावित हों, तो शराब की लत लग सकती है। इसी तरह प्रथम, द्वितीय और द्वादश भाव में राहु हों, तो व्यक्ति को नशे की लत लग जाती है।
नशे की लत से बचने के ज्योतिषीय उपाय
अगर आपको नशे की लत से छुटकारा पाना हो, तो आपको पहले अपने इच्छा शक्ति मजबूत करनी होगी और फिर कुंडली के ग्रहों के उपाय करने होंगे।
- शुक्रवार को किसी सुहागन को सुहाग वस्तु का दान करने से लाभ होगा।
- शनि के प्रभाव वाले रत्न कटैला और ईरानी फिरोजा धारण करने से भी नशे की लत से मुक्ति मिलनी शुरू हो जाती है।
- इसके अलावा हल्दी की माला और पुखराज धारण करने से भी राहत मिलती है।
- गले में एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने से भी लाभ होता है।