नई दिल्ली। यह तो सुना ही होगा कि प्यार की कोई उम्र नहीं होता है किसी के प्यार में पड़ने से पहले दिल कभी भी यह नहीं पूछता कि आपकी उम्र क्या है यही कारण है कि उम्र में एक बड़े होने के बावजूद भी लोग प्यार करते हैं और विवाह जैसे पवित्र बंधन में बंधते हैं। बॉलीवुड में भी ऐसे बहुत से कपल है, जिन्होंने अपने से कम उम्र का पार्टनर चुना और उससे शादी किया इनमें से एक है शाहिद कपूर जो अपनी पत्नी मीरा राजपूत से 13 साल बड़े हैं। वही मिलिंद सोमन और अंकिता के बीच 26 साल का अंतर है।
यह भी पढ़े – Viral Video: इस शख्स को जहरीले कोबरा को KISS करना पड़ा भारी, देखिये कैसे बची जान
यह भी पढ़े – इस लड़की ने बनाया रिकॉर्ड, 100 दिनों तक रोजाना ये काम करके जीता 6 लाख, जानिए पूरी कहानी
ऐसे ही बहुत से लोगों का मानना है कि शादी को चलाने के लिए उम्र का अंतर मायने नहीं रखता है। अपनी समझ और साझेदारी से रिश्ता चलाया जा सकता है, ऐसे में भारत के पूर्व क्रिकेटर अरुण लाल का भी नाम शामिल है जो 66 साल की उम्र में दूसरी बार शादी करने जा रहे हैं। बंगाल रणजी ट्रॉफी टीम के कोच अरुण लाल 2 मई को दूसरी बार दूल्हा बनेंगे उनकी पत्नी का नाम बुलबुल है जो कि उनसे 28 साल छोटी है।
यह दोनों अपने एक दूसरे को अपना जीवन साथी बनाकर बहुत खुश है लेकिन इनकी शादी की बात सामने आने पर उम्र के बड़े अंतर ने एक नया विवाद पकड़ लिया है। दरअसल बहुत से लोगों का कहना है कि प्यार के आगे आपकी एज क्या है। ऐज एक बहुत बड़ा मसला है लेकिन रिलेशनशिप एक्सपर्ट का कहना है कि शादीशुदा जीवन के लिए उम्र मायने नहीं रखता है।
क्या कहते हैं एक्सपोर्ट
अंग्रेजी वेबसाइट टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए रिलेशनशिप एक्सपर्ट ने कहा है कि जब हम अपने से छोटे इंसान से विवाह करते हैं तो ज्यादातर कपल्स को समझदारी वाली चुनौती सबसे ज्यादा सामना करना पड़ता है। वह न केवल अपनी उम्र के हिसाब से बर्ताव करते हैं बल्कि कई बार दोनों की प्राथमिकताएं मैच नहीं होती है। भले ही आप दोनों मिलकर कितना भी बैलेंस बनाने की कोशिश करें लेकिन आपकी उम्र और समाज एवं एक्सपीरियंस के बीच हमेशा अंतर दिख जाता है।
समाज जीने नहीं देता उम्र के अंतर वाले जोड़ों को जब लोग नोटिस करते हैं तो ना केवल उनका मजाक उड़ाया जाता है बल्कि इस बात का भी एहसास कराया जाता है कि उनसे क्या गलत हुआ हैय़ इसका एक कारण यह भी है कि इस तरह के एज डिफरेंस रिश्ते को समाज पूरी तरह से स्वीकार नहीं करता है।