टीम इंडिया के महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट के भगवान के नाम से जाना जाता है। जब तक वह क्रीज़ पर मौजूद होते थे तब तक भारतीय समर्थकों को पूरा भरोसा होता था कि टीम का मैच जीतना तय है। साल 2011 में भारत ने विश्व कप के खिताब को 28 सालों के बाद अपने नाम कर लिया और इसी के साथ सचिन तेंदुलकर के विश्व कप जीतने का सपना पूरा हो गया था। इसके बाद साल 2013 में उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया, जिसके बाद उदय होता है एक नए सूर्य का जिसका नाम है विराट कोहली।
रिकॉर्ड्स के हैं बादशाह
सचिन तेंदुलकर के संन्यास लेने के बाद भारतीय फैंस के मन में सबसे बड़ा सवाल यह था कि आखिरकार सचिन तेंदुलकर की जगह लेगा कौन। वह कौन सा खिलाड़ी होगा जो पर्वत के समान दिखाई देने वाले रिकॉर्ड्स को कम से कम छू पाने में ही कामयाब होगा। लेकिन, फिर भारतीय क्रिकेट को मिलता है एक नया सितारा, विराट कोहली।
किंग कोहली ने भारत के समर्थकों को जो भरोसा दिलाया वो आज भी बरक़रार है। टीम इंडिया कितने भी मुश्किल हालातों में क्यों ना हो विराट कोहली हर बार एक योद्धा की तरह मुकाबला करते हुए अपनी टीम को जीत की दहलीज़ तक पहुंचाकर ही दम लेते हैं। आज भारत और वेस्टइंडीज की टीमों के बीच त्रिनिदाद में टेस्ट सीरीज़ का दूसरा मुकाबला खेला जाएगा और यह विराट कोहली के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का 500वां मैच होगा।
यह मुकाबला विराट कोहली के लिए बेहद ख़ास रहने वाला है क्योंकि इसके ज़रिए वह एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे। सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी, राहुल द्रविड़ जैसे बड़े-बड़े दिग्गजों के बाद विराट कोहली चौथे ऐसे भारतीय खिलाड़ी बन जाएंगे जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 500 मुकाबले खेले हों। ऐसे में कोहली के फैंस तो यही प्रार्थना करेंगे कि वह इस मैच में विराट शतक जडें।