World Cup 2023: ग्लेन मैक्सवेल ने एक ताबड़तोड़ और ऐतिहासिक पारी के साथ वनडे क्रिकेट इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ने अकेले दम पर एक रन चेज़ को सफल बनाया, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान के खिलाफ सनसनीखेज जीत हासिल की। यह मैच हमेशा उस दिन के रूप में याद किया जाएगा जब मैक्सवेल ने दर्द से जूझते हुए मैच ऑस्ट्रेलिया की और कर दिया।
ऑस्ट्रेलिया एक नाजुक स्थिति में थी क्योंकि उसने केवल 91 रनों पर सात विकेट खो दिए थे। यह एक गंभीर स्थिति थी, लेकिन मैक्सवेल की शानदार पारी सब कुछ बदलने वाली थी। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 201 रन के उनके नाबाद स्कोर ने उनकी जबरदस्त प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
अफगानी गेंदबाज अजमतुल्लाह उमरजई लगातार दो विकेट ले चुके थे और हैट्रिक के करीब थे। लेकिन मैक्सवेल डटे रहे। उनकी संजीदा पारी उनकी अदम्य भावना और असाधारण कौशल का उदाहरण है। मैक्सवेल का जवाबी हमला शुरू हुआ और उन्हें कोई रोक नहीं सका।
उन्होंने अपने कप्तान पैट कमिंस के साथ एक शानदार साझेदारी की, पेट कमिंस रनों के मामले में मामूली योगदान के बावजूद मजबूती से खड़े रहे। दोनों ने मिलकर 202 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी बनाई। मैक्सवेल की निडर सोच और निरंतर आक्रामकता ने अफगान टीम को पस्त कर दिया।
अफगानिस्तान ने पहले इंग्लैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका जैसी बड़ी टीमों को धूल चटाई थी, लेकिन सभी अफगानो में से कोई भी मैक्सवेल की ताकत के सामने नहीं टिक सका। उन्होंने उस ऐंठन पर भी काबू पाया जिससे उनको बेहद दर्द हो रहा था और बेजोड़ दृढ़ संकल्प के साथ खेलना जारी रखा। भले ही उनको दो बार जीवन दान मिले लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी, उन्होंने कहा कि वह बस हर गेंद का सामना करना चाहते हैं और आक्रामक तरीके से आक्रमण करना चाहते हैं।
मैक्सवेल की शानदार पारी किसी क्रिकेट मास्टरपीस से कम नहीं थी। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह एक शानदार जीत थी और शुरुआती चुनौतियों का सामना करने के बाद एक जबरदस्त वापसी थी।
मैच के बाद मैक्सवेल ने अपने सफर पर विचार करते हुए कहा, “पहले दो मैचों के बाद लोग हमें फिसड्डी कह रहे थे। लेकिन एक टीम के तौर पर हमें पूरा भरोसा था। अब मैच के बाद यह आत्मविश्वास और भी बढ़ गया है।” ऑस्ट्रेलिया को अभी भी 11 नवंबर को बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम लीग मैच खेलना है,