नई दिल्ली: महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने आगामी टी20 विश्व कप 2024 के लिए स्पिन-गेंदबाजी विकल्पों पर विचार करते हुए कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को छोड़कर रवि बिश्नोई को चुना है। गावस्कर का निर्णय कई कारकों पर आधारित है, विशेष रूप से फील्डिंग में बिश्नोई की कुशलता और बल्ले से उनके संभावित योगदान को लेकर।
फील्डिंग एबिलिटी: गावस्कर ने कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की तुलना में रवि बिश्नोई के बेहतर फील्डर माना है। क्रिकेट के आधुनिक युग में, जहां फोल्डिंग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, वहा बिश्नोई जैसे तेज फील्डर महत्वपूर्ण संपति होते है।
Maruti Suzuki Swift 2024: Booking, features, launch date and price
2024 Bajaj Pulsar 125: Powerful bike with powerful updates!
हरफनमौला क्षमता: गावस्कर ने बिश्नोई की हरफनमौला क्षमता पर जोर देते हुए संकेत दिया कि वह बल्ले से भी बहुमूल्य योगदान दे सकते हैं। वह आईपीएल में बिश्नोई के रणनीतिक और शांत दृष्टिकोण की सराहना करते हैं, जहां उन्होंने अपनी टीम के लिए मैच जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हालिया सफलता: रवि बिश्नोई ने टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जिसमें उन्होंने 7 की प्रभावशाली इकोनॉमी रेट के साथ 34 विकेट हासिल किए हैं। उनकी हालिया उपलब्धियों में आईसीसी टी20 रैंकिंग में टॉप स्थान हासिल करना भी शामिल है।
भारत के पास रवि बिश्नोई, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल जैसे प्रतिभाशाली स्पिनरों का एक पूल है, चयनकर्ताओं को टी20 विश्व कप के लिए टीम को अंतिम रूप देने में चुनौतीपूर्ण निर्णयों का सामना करना पड़ेगा।
जैसे-जैसे टी20 वर्ल्ड कप नजदीक आता है, स्पिन-गेंदबाजी विकल्पों पर ध्यान महत्वपूर्ण हो जाता है, और सुनील गावस्कर का रवि बिश्नोई का समर्थन चयनात्मक विचारों में एक दिलचस्प परिप्रेक्ष्य जोड़ता है। अंतिम टीम का चयन संभवतः प्रत्येक खिलाड़ी के फॉर्म, कौशल और टूर्नामेंट में अपेक्षित परिस्थितियों के आधार पर किया जाएगा।