विश्व कप 2019 में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था, जिसमें करोड़ों भारतीयों के दिल टूटे थे। ये वही मुकाबला था जिसमें एम एस धोनी कुछ इंच के फासले से रन आउट हुए थे और भारतीय फैंस का सपना चकनाचूर हो गया था। ये दिन भारत आज तक नहीं भूल पाया है।
टूटे थे दिल
विश्व कप 2019 के इस सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को जीत हासिल करने के लिए 10 गेंदों में 25 रनों की ज़रुरत थी और क्रीज़ पर मौजूद थे दुनिया के सबसे सफल फिनिशर्स में से एक महेंद्र सिंह धोनी। सभी भारतीय समर्थकों की निगाहें एम एस धोनी पर जमी हुई थीं| लेकिन, इस मैच में धोनी के रन आउट होते ही करोड़ों भारतीयों की उम्मीद को तगड़ा झटका लगा था। एक ऐसा झटका जिससे भारत आज तक नहीं उबर पाया है।
इस मैच में जब भारतीय टीम बल्लेबाज़ी कर रही थी पारी के 49वें ओवर की तीसरी गेंद महेंद्र सिंह धोनी के अंगूठे पर जा लगी और लेग साइड में चली गई। गेंद को दूर जाता देख धोनी ने ज़्यादा से ज़्यादा रन लेने की कोशिश की। ऐसे में धोनी ने पहला रन तो आसानी से पूरा कर लिया और फिर दूसरा रन लेने की कोशिश में दौड़ पड़े।
इस दौरान गेंद फील्डिंग कर रहे मार्टिन गप्टिल तक पहुंच गई और गप्टिल के करिश्माई थ्रो की वजह से भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पवेलियन जाने पर मजबूर हो गए। ये एक ऐसा लम्हा था जब सभी भारतीय समर्थकों की सांसे थम गई थीं। उस वक़्त किसी को भी ये विश्वास नहीं हो पा रहा था कि आखिरकार महेंद्र सिंह धोनी रन आउट हुए कैसे। इसका सबसे बड़ा कारण है कि मार्टिन गप्टिल स्टंप से काफ़ी दूर थे और ऐसे में उनका थ्रो स्टंप को लग जाना किसी भी करिश्मे से कम नहीं था।