2015 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज शतक दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स ने महज 31 गेंदों में लगाया था। यह क्रिकेट की दुनिया की घटना दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में 18 जनवरी, 2015 को वेस्ट इंडीज के खिलाफ एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (ओडीआई) मैच में हुई।
अपनी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक माने जाने वाले एबी डिविलियर्स ने पहले ही अपनी आक्रामक और अनोखी बल्लेबाजी करने की क़ाबिलियत से अपना नाम बना लिया था। लेकिन 2015 में वेस्टइंडीज के खिलाफ उनकी पारी बिल्कुल अलग तरह की थी।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत अच्छी रही, सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला और रेली रोसौव ने पहले विकेट के लिए 247 रनों की साझेदारी की। लेकिन वह एबी डिविलियर्स थे जिन्होंने जबरदस्त हिटिंग के अविश्वसनीय प्रदर्शन से शो को चुरा लिया।
डिविलियर्स 39वें ओवर में क्रीज पर आए, उन्होंने बिना समय बर्बाद किये , अपनी पहली ही गेंद पर डीप मिड विकेट पर छक्का जड़ दिया। वहां से वह बस हर तरफ शॉट मारते ही रहे
44वें ओवर में डिविलियर्स ने जेसन होल्डर के एक ओवर से 20 रन लिए जिसमें चार छक्के शामिल थे। इसके बाद उन्होंने केमार रोच के ओवर में दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 23 रन लिए।
डिविलियर्स का शतक ओडीआई इतिहास में सबसे तेज था, जिसने 2014 में न्यूजीलैंड के कोरी एंडरसन द्वारा बनाए गए 36 गेंदों के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया था।
कुल मिलाकर, डिविलियर्स ने 338.63 की स्ट्राइक रेट से केवल 44 गेंदों पर 9 चौकों और 16 छक्कों की मदद से 149 रन बनाए। उनकी पारी ने दक्षिण अफ्रीका को 148 रनों से मैच जीतने में मदद की, और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया।
उन्होंने मैदान के चारों ओर शॉट खेले, सीधे, मिड-विकेट के ऊपर से, और कवर पर आसानी से बॉल को हिट किया। गेंदबाजों को पढ़ने और प्रत्येक गेंद के लिए सही शॉट लेने की उनकी ताकत जबरदस्त थी।
2015 में डिविलियर्स का सबसे तेज शतक इतिहास में अब तक के सबसे सर्वश्रेस्ठ बल्लेबाजी प्रदर्शनों में से एक के रूप में दर्ज हो गया। यह अद्भुत प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन था, और इसने दिखाया कि क्यों उन्हें अपनी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। उनकी यह पारी सिर्फ दक्षिण अफ्रीका के प्रशंसकों के लिए ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक ट्रीट थी।