भारत के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन का वेस्टइंडीज में जलवा जारी है और उन्होंने तीसरे वनडे में एक और शानदार पारी खेली। त्रिनिदाद के ब्रायन लारा स्टेडियम में 64 गेंदों पर 8 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 77 रन बनाकर ईशान ने एक इतिहास रच दिया। वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में यह उनका लगातार तीसरा अर्धशतक है, जिससे वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे भारतीय विकेटकीपर बन गए हैं। पहले यह उपलब्धि हासिल करने वाले एकमात्र खिलाड़ी महान एमएस धोनी थे, जिन्होंने 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक सीरीज में तीन अर्धशतकीय पारियां खेली थी।
इस उपलब्धि को हासिल करके, इशान किशन भारतीय क्रिकेटरों के एक विशिष्ट क्लब में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने एकदिवसीय सीरीज के सभी तीन मैचों में 50 से अधिक रन बनाए हैं। इस क्लब में कृष्णमाचारी श्रीकांत (1982), दिलीप वेंगसरकर (1985), मोहम्मद अज़हरुद्दीन (1993) और श्रेयस अय्यर (2020) जैसे क्रिकेट के दिग्गज शामिल हैं, जिन्होंने क्रमशः श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में यह उपलब्धि हासिल की।
तीसरे वनडे में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारत की शुरुआत दमदार रही. इशान किशन और शुबमन गिल ने पहले विकेट के लिए 143 रनों की ऐतिहासिक साझेदारी की, जो वेस्टइंडीज में भारत के लिए सबसे बड़ी वनडे ओपनिंग साझेदारी है। दुर्भाग्यवश, इशान किशन को 20वें ओवर में यानिक कारिया ने स्टंप आउट कर दिया, जिससे उनकी शानदार पारी समाप्त हो गई। उनके जाने के बावजूद भारतीय टीम ने मैच में अपना दबदबा कायम रखा.
गौर करने वाली बात यह है कि शानदार फॉर्म में चल रहे ऋतुराज गायकवाड़ इस बार रन बनाने में कामयाब नहीं रहे। वह 14 गेंदों में 10 रन बनाकर 23वें ओवर में अल्जारी जोसेफ की गेंद पर ब्रैंडन किंग के हाथों कैच आउट हुए।
ईशान किशन के लगातार प्रदर्शन ने भारतीय क्रिकेट फैंस और सलेक्टर्स का ध्यान खींचा है। वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में उनकी शानदार उपलब्धि ने न केवल उनका नाम इतिहास में दर्ज कर दिया है, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम की बल्लेबाजी लाइनअप में भी गहराई आ गई है।