R Ashwin: मौजूदा भारतीय टीम के घातक स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन पहले बल्लेबाज बनना चाहते थे। लेकिन एक दिन कुछ ऐसा हुआ जिसने उन्हें गेंदबाज बनने पर मजबूर कर दिया।
R Ashwin WTC Final: भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम के हाथों 209 रनों के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। जिसके पीछे की वजह भारतीय टीम की बल्लेबाजी और गलत टीम सिलेक्शन थी। दरअसल अश्विन को प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया गया था, जिसके चलते टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच राहुल द्रविड़ को काफ़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। अश्विन एक घातक गेंदबाज के साथ ही साथ एक बेहतरीन बल्लेबाज भी हैं। आइए जानते हैं आखिर अश्विन ने बल्लेबाजी छोड़ गेंदबाजी को क्यों चूना।
Ravichandran Ashwin interview: अश्विन ने हाल ही में द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया कि वह पहले एक बल्लेबाज थे, फिर बाद में उन्होंने अपना फैसला बदला और गेंदबाजी चुनी। अश्विन ने बताया “ एक बार मैं भारत और श्रीलंका का मैच देख रहा था, जिसमें भारतीय टीम की गेंदबाजी काफी खराब हो रही थी। मेरे पसंदीदा बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर थे, और वह जितने भी रन बनाते थे गेंदबाज उसे लीक कर देते थे। फिर मैंने एक दिन सोचा मुझे गेंदबाज बनना चाहिए। मैंने सोंचा की क्या मैं मौजूदा गेंदबाजों से बेहतर नहीं बन सकता? जोकि कई लोगों को एक बहुत ही बचकाना फैसला लगेगा, लेकिन मैंने ऐसा ही सोचा और फैसला कर लिया। इसलिए मैंने ऑफ स्पिन गेंदबाजी शुरू की। यहीं से मेरे गेंदबाजी करियर की शुरुआत हुई।”
R Ashwin sad news: हालांकि अश्विन ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा “ लेकिन कल को जब मैं संन्यास लूंगा, तो मुझे सबसे बड़ा पछतावा इसी बात का होगा कि मैं इतना अच्छा बल्लेबाज था, फिर मैंने गेंदबाजी करने का फैसला क्यों लिया।”
दरअसल अश्विन को WTC Final 2023 की 15 सदस्यीय टीम में तो शामिल किया गया था। मगर उन्हें प्लेइंग 11 में जगह नहीं दी गई थी। टीम मैनेजमेंट ने इसका कारण बताते हुए कहा था कि यह फाइनल मुकाबला इंग्लैंड में खेला जा रहा है। जहां की पिच तेज गेंदबाजों के लिए काफी फायदेमंद होती है। ऐसे में टीम इंडिया केवल एक ही स्पिनर के साथ उतरेगी, जो रवींद्र जडेजा होंगे। आर अश्विन ने बताया कि डबल्यू टी सी फाइनल ना खेलने का दुःख उन्हें जिन्दगी भर रहेगा। आने वाले समय में जब वह क्रिकेट को अलविदा कह देंगे तब भी वह इस बात को नहीं भुला सकेंगे।