Aakash Chopra: स्टार कमेंट्रेटर आकाश चोपड़ा ने कमेंट्री के जरिए पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना ली है। मगर क्या वह बतौर खिलाड़ी भी उतने ही कामयाब रहे हैं। यह सबसे बड़ा सवाल है। आइए इस सवाल का जवाब खोजते हैं।
Aakash Chopra Commentary: भारतीय फैंस के बीच आकाश चोपड़ा ने अपनी बेहतरीन कमेंट्री से एक अलग ही पहचान बना ली है। जब भी किसी कमेंट्रेटर का जिक्र होता है तो आकाश का नाम उसमें जरूर शामिल रहता है। उनकी भाषा शैली और बोलने का अंदाज सबसे अलग और सबसे अनौखा है। वह हर खिलाड़ी का नाम करण करते रहते हैं। लोग क्रिकेट के साथ इनकी कमेंट्री के भी बहुत बड़े दीवाने हैं। आइए जानते हैं आकाश चोपड़ा के इंटरनेशनल क्रिकेट करियर के बारे में।
Maruti Suzuki Swift 2024: Booking, features, launch date and price
2024 Bajaj Pulsar 125: Powerful bike with powerful updates!
Aakash Chopra International Career: आकाश चोपड़ा ने साल 2003 में न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में मात्र 10 ही टेस्ट मैच खेले थे। उस दौरान उन्होंने 10 टेस्ट की 19 पारियों में 23.00 की औसत से मात्र 437 रन ही बनाए थे। उनका हाईएस्ट टेस्ट स्कोर 60 रनों का रहा है। वह भारत की ओर से कभी भी कोई टी20 या ओडीआई मुकाबला नहीं खेल सके। उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट मैच साल 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।
वहीं आकाश चोपड़ा ने घरेलू क्रिकेट में काफी बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया था। उन्होंने 162 फर्स्ट क्लास मैच में 45.35 की औसत से 10839 रन बनाए थे। इस दौरान उनके बल्ले से 29 शतक निकले थे। जिसमें एक तिहरा शतक भी शामिल है। इसके अलावा उन्होंने लिस्ट ए के 65 मैचों में 44.72 की औसत के साथ 2415 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 7 शतक भी जड़ा था।
आकाश चोपड़ा भले ही वर्ल्ड क्रिकेट में लोगों के दिलों पर राज नहीं कर सके। मगर उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई थी। जिस वजह से लोग आज भी उन्हें एक बेहतर खिलाड़ी मानते हैं। इसके साथ ही वह कितने बेहतरीन कमेंट्रेटर हैं, इस बात के लिए उनकी जितनी तारिफ की जाए वह कम है।