Ravichandran Ashwin: भारतीय टीम के शानदार स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने अचानक से संन्यास लेने की बात कह दी है, जिससे सभी फैंस को काफी तगड़ा झटका लगा है।
Ravichandran Ashwin Retirement: ICC टेस्ट रैंकिंग्स में नंबर 1 गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा किया है। आर अश्विन ने साल 2010 में भारतीय टीम के लिए अपना अंतराष्ट्रीय डेब्यू किया था, उन्होंने अब तक भारत के लिए कुल 92 टेस्ट, 113 वनडे और 65 टी20 मुकाबले खेले हैं। जिसमें उन्होंने क्रमश: 474, 151 और 72 विकेट चटकाए हैं। हाल ही में खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने अश्विन को प्लेइंग 11 में जगह नहीं दी थी। जिसके बाद से ही सभी क्रिकेट के दिग्गज और अब तो अश्विन ने भी इसपर अपनी नाराजगी जाहिर की है। इसी के साथ उन्होंने अपने रिटोरमेंट की भी बात कह दी है, जिसने फैंस को काफी दुःख पहुंचाया है।
Ravichandran Ashwin interview: अश्विन ने हाल ही में द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में बताया की पहले वह एक बल्लेबाज बनने वाले थे, लेकिन एक दिन मैच के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने यह फैसला बदल दिया। अश्विन ने बताया “ एक बार मैं भारत और श्रीलंका का मैच देख रहा था, जिसमें भारतीय टीम की गेंदबाजी काफी खराब हो रही थी। मेरे पसंदीदा बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर थे, और वह जितने भी रन बनाते थे गेंदबाज उसे लीक कर देते थे। फिर मैंने एक दिन सोचा मुझे गेंदबाज बनना चाहिए। मैंने सोंचा की क्या मैं मौजूदा गेंदबाजों से बेहतर नहीं बन सकता? जोकि कई लोगों को एक बहुत ही बचकाना तरीका लगेगा, लेकिन मैंने ऐसा ही सोचा और फैसला कर लिया। इसलिए मैंने ऑफ स्पिन गेंदबाजी शुरू की। यहीं से मेरे गेंदबाजी करियर की शुरुआत हुई। हालांकि, कल जब मैं संन्यास लूंगा, तो मुझे सबसे बड़ा पछतावा इसी बात का होगा कि मैं इतना अच्छा बल्लेबाज था, फिर मैंने गेंदबाजी करने का फैसला क्यों लिया।”
दरअसल अश्विन ने अपने संन्यास की जो बात कही थी उसका मतलब था कि उन्हें जिन्दगी भर डबल्यू टी सी फाइनल ना खेलने का दुःख रहेगा। आने वाले समय में जब वह क्रिकेट को अलविदा कह देंगे तब भी वह इस बात को नहीं भुला सकेंगे।