नई दिल्लीः देशभर में अब मानसूनी बेला चल रही है, जिससे बारिश ने अधिकतर इलाकों में आफत मचाकर रख दी है। हालात इतने बदतर हैं कि लोगों का जीना ही दुश्वार हो गया है, जिससे चलते जान माल का भी नुकसान झेलना पड़ा है। हिमाचल प्रदेश में तो बादल फटने से तबाही मच गई है, जिसके बाद तबाही मची हुई है।
आपने भी देखा होगा कि भारत में सालाना कहीं ना कहीं बादल फटने की घटनाएं देखने को मिलती है, जिससे लोगों को बड़ी हानि भुगतनी पड़ती है। बादल फटने की घटनाएं अमूमन पहाड़ी क्षेत्रों में ही देखने को मिलती हैं, लेकिन सबके मन में सवाल उछल रहा है कि ऐसा क्यों होता है।
मतलब साफ-साफ शब्दों में कहें तो हर कोई यह जानना चाहता है कि बादल क्यों फटते हैं। बादल फटने के पीछे क्या वजह होती है? आपको यह जानने के लिए हमारा आर्टिकल नीचे तक ध्यान से पढ़ना होगा, जिसमें आपको बादल फटने के कारण का पता आसानी से चल जाएगा। मानसूनी सीजन में आपको यह बात वैसे भी जरूर ही जान लेनी चाहिए।
जानिए बादल क्यों फटते हैं
आपने भी अधिकतर देखा होगा कि बादल फटने की घटनाएं पर्वतीय इाकों में ज्यादा होती है, जिसके बाद तबाही का मंजर सबको डरा देता है। इदरअसल बादल फटने की घटना तब होती है जब हवा के बहुत गर्म प्रवाह के ऊपर की ओर गति के कारण संतृप्त बादल बारिश करने की नाकाम होते है्ं। इससे बारिश की बूंद का आकार काफी बड़ा हो जाता है।
इसके साथ ही हवा के प्रवाह के कारण ऊपर की ओर उठ जाती हैं। वे बहुत भारी हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में बहुत भारी बारिश होती है,जिससे एकदम जल प्रलय हो जाती है। ऐसी घटनाएं भारत में सालाना कहीं ना कहीं देखने को मिल जाती है। ज्यादा पानी जब एक जगह ही गिरता है तो बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं, जिससे लोगों की जान तक भी चली जाती है। इतना ही नहीं किसानों की फसलों को भी घना नुकसान झेलना पड़ता है।
जानिए जरूरी बात
देश में बादल फटने की घटना सालाना देखने को मिलती हैं, जिससे भारी नुकसान होता है। आसमान में बादल फटना पर तब होता है जब एक मानसून बादल उत्तर की तरफ, बंगाल की खाड़ी या अरब सागर से मैदानी हिस्सों की तरफ जाता है। दरअसल, देश में बादल फटने की घटना हिमालय और पर्वतीय क्षेत्रों जैसे उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, कश्मीर से आती हैं।