नई दिल्ली- महाराष्ट्र में अजीत पवार की बगावत के बाद लड़ाई अब NCP के दावेदारी पर पहुंच गई है। अब सबके मन में एक ही सवाल है। कि आखिरकार एनसीपी किसकी है। अजीत पवार की या फिर शरद पवार की है। पार्टी के नाम और सिंबल पर दावे को लेकर शरद पवार और अजीत पवार दोनों गुटों ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है। उधर दोनों गुटों का शक्ति प्रदर्शन भी जारी है। अजित पवार ने विधायकों की बैठक बुलाई और समर्थकों का उस बैठक में पहुंचना शुरू हो गया है।
वही शरद पवार ने 1 बजे निर्मल पॉइंट पर वाई बी चाणक्य सेंटर में सभी विधायक को सांसदों और जिले से लेकर तालुका स्तर तक सभी अधिकारियों और इकाइयों के पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है। बैठक में पहले सुप्रिया सुले और अनिल देशमुख वाइफ भी चाणक्य सेंटर पहुंच गए है।
बता दे कि यह NCP चीफ शरद पवार ने अजीत पवार की बगावत अब अगले तौर पर पहुंच गई। और शरद पवार और अजित पवार दोनों गुट आमने-सामने हो गए हैं। अब शरद पवार और अजीत पवार दोनों गुट अपने आपको असली एनसीपी बता रहे यह NCP किसकी है। या तय हो इससे पहले दोनों गुटों ने आज अलग-अलग बैठक बुलाई है। दोनों खेमों में जारी बैठकों में नेताओं और समर्थकों का जुटना शुरू हो गया है। इसी बीच अजीत पवार ने एनसीपी पर दावा ठोकते हुए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है।
वही शरद पवार ने भी चुनाव आयोग में कैविएट याचिका दाखिल की है। शरद पवार खेमे की ओर से चुनाव आयोग को पूरी स्थिति के बारे में जानकारी दे दी गई। साथ ही कहा गया कि कोई भी फैसला सुनाने से पहले उनका भी पक्ष सुना जाए। माना जा रहा है कि दोनों खेमों में जारी बैठक में साफ हो जाएगा कि अजित पवार को किसने विधायकों का समर्थन है। या शरद पवार के साथ के अभी कितने विधायक हैं। इसके साथ ही आजित पवार ने एनसीपी पर दावा ठोकते हुए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है। वही शरद पवार ने भी चुनाव आयोग में कैविएट याचिका दाखिल की है। शरद पवार खेमे की ओर से चुनाव आयोग को पूरी स्थिति के बारे में जानकारी दे दी गई। साथ ही कहा गया कि कोई भी फैसला सुनाने से पहले उनका भी पक्ष सुना जाए माना जा रहा है। कि दोनों खेमों में जारी बैठक में साफ हो जाएगा। कि अजित पवार को किसने विधायकों का समर्थन है। या शरद पवार के साथ के अभी कितने विधायक हैं। इसके साथ ही एनसीपी का भविष्य का फैसला भी तय हो जाएगा।
शरद पवार ने 1:00 बजे विधायकों सांसदों और समर्थकों की बैठक बुलाई इस बैठक में अभी तक 6 विधायक पहुंच गए बाकियों का इंतजार किया जा रहा है।
वही अजित पवार की एंट्री से शिंदे गुट में बेचैनी दिख रही है शिवसेना शिंदे गुट के नेता संजय शिरसाट ने कहा कि राजनीति में जब भी हमारे प्रतिद्वंदी हमारे साथ अपनाना चाहते हैं। तो हम उन्हें शामिल करना पड़ता है। और भाजपा का यही रुल है और यही किया गया। लेकिन एनसीपी नेताओं के साथ आने के बाद हमारे नेता नाराज हैं। क्योंकि एनसीपी में शामिल होने के बाद हमारे कुछ नेताओं को मनचाहा पद नहीं मिलेगा। यह सच नहीं है कि हमारे सभी नेता एनसीपी के हमारे साथ आने में से खुश हैं। हमने सीएम और डिप्टी सीएम को भी इसकी जानकारी दी है। और उन्हें इस मुद्दे का हल करना होगा। संजय शिरसाट ने आगे कहा हम हमेशा से एनसीपी और शरद पवार के खिलाफ रहे शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को मोहरा बनाकर सरकार चलाई महाराष्ट्र का सीएम होकर भी हमारा नहीं था। हमारा विरोध जायज है हम पहले भी उद्धव ठाकरे को यही कहते हैं थे कि एनसीपी पार्टी का साथ छोड़ो। उन्होंने और आगे कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे दे इस मुद्दे का हल निकालेंगे।