नई दिल्लीः भारत के तमाम इलाकों में इन दिनों मौसम का मिजाज तेजी से रंग बदलता जा रहा है, जिससे कहीं तापमान में बढ़ोतरी तो कहीं आंधी के साथ बारिश होती दिख रही है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व आसपास के इलाकों में तापमान बढ़ने से भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे हाहाकार मचा हुआ है। हालात इतने खराब कि लोगों चिलचिलाती धूप से बचने के लिए लोग छाता लेकर निकलने को मजबूर हैं।
दक्षिण भारत के अधितर हिस्सों में तो तापमान 60 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा में बिक रहा है, जिससे हर कोई काफी परेशान है। पर्वतीय इलाकों में सुबह-सुबह बर्फबारी होने से तापमान में ठीक-ठाक गिरावट दर्ज की गई, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। इस बीच भारतीय मौसम विभाग(आईएमडी) ने देश के कई राज्यों में आंधी के साथ भारी बारिश होने की चेतावनी जारी कर दी है।
यहां कैसा रहेगा मौसम का हाल?
आईएमडी के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री नीचे यानी 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। दिल्ली-एनसीआर में इस सप्ताह लू की स्थिति नहीं रहने की चेतावनी जारी कर दी गई है। शनिवार को आसमान में हल्के बादल छाए रहने की संभावना जताई गई है।
यहां तमाम इलाकों में आंधी और बादलों की गरज के साथ बारिश हो सकती है। कई इलाकों में तेज हवाएं भी चलने की उम्मीद जताई गई है। आगामी 10 दिनों में दिल्ली-एनसीआर में लू चलने की कोई उम्मीद नहीं जताई गई है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मौसम की बात करें तो 5 मई से मौसम में परिवर्तन की संभावना जताई गई है।
इसके अलावा राज्य में आगामी दो से तीन तक तापमान में बढ़ोततरी हो सकती है। मौसम विभाग की मानें तो बारिश की उम्मीद जताई गई है। तीन दिन तक बरिश होने की चेतावनी जारी कर दी है। 7 से लेकर 9 मई तक राज्य में गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश होने की चेतावनी जारी कर दी है। चार मई से बिहार के कई जिलों में बारिश का दौर देखने को मिल सकता है।
जानिए कहां लू के थपेड़े बनेंगे आफत
आईएमडी के अनुसार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, सौराष्ट्र-कच्छ, मराठवाड़ा और तटीय आंध्र प्रदेश में बादलों की गरज के साथ तेज बारिश होने की चेतावनी जारी कर दी है। इसके अलावा तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में लू चलने की उम्मीद जताई गई है।
कई इलाकों में आने वाले सप्ताह में लू से राहत भी देखने को मिल सकती है। कई राज्यों में बारिश होने की भी उम्मीद जताई गई है। शुक्रवार को कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 43-46 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया था।