नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक तापमान में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है, जिससे कई इलाकों में लोगों को सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अब वायु प्रदूषण में काफी सुधार दर्ज किया जा रहा है, जिसके बाद लोगों ने घरों से बिना मास्क के ही निकलना शुरू कर दिया है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते मैदानी इलाकों में सर्दी का सितम तेजी से बढ़ता जा रहा है। दक्षिणी भारत में अब तेज बारिश लोगों की आफत बनी हुई है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग(आईएमडी) ने देश के कई राज्यों में गरज के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है।
- इन राज्यों में बारिश बनेगी आफत
आईएमडी के अनुसार, उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश का असर देखने को मिल रहा है। उत्तर भारत में अक्टूबर-नवंबर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहने की संभावना जताई गई है। दिसंबर में सक्रियता बढ़ने के साथ ही अब बारिश रिकॉर्ड की जा रही है।
वहीं, डमान और निकोबार द्वीप समूह में गरज के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है। तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल–माहे और लक्षद्वीप में छिटपुट बूंदाबांदी के साथ मूसलाधार बारिश देखने को मिल सकती है। मध्य, उत्तरपूर्वी, दक्षिणी भारत के अलग-अलग स्थानों पर सुबह-सुबह घना कोहरा छाने की संभावना बनी हुई है।
वहीं, पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर की स्थिति रहने की उम्मीद जताई गई है। उत्तरी और मध्य भारत में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब होने की उम्मीद है। पूर्वी और दक्षिणी भारत में खराब रहने की संभावना है।
बिजली गिरने की संभावना के साथ कोंकण और गोवा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, उत्तर आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग बारिश होने की उम्मीद जताई गई है।
- इन राज्यों में शीत लहर का कहर
आईएमडी के मुताबिक, मध्य भारत के एमपी, यूपी, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और बिहार में तापमान गिरने के साथ लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा। आने वाले दिनों में और भी तेजी से तापमान गिरने की उम्मीद जताई गई है।