नई दिल्ली: उत्तराखंड के हल्द्वानी में भड़की हिंसा के बाद पुलिस अलर्ट मोड में हैं, जहां दंगाईयों को सीधे गोली मारने का आदेश जारी कर दिया गया है। इतना ही नहीं शांति व्यस्था बहाल करने के लिए राज्य राज्य सरकार ने हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है, जिसके चलते स्कूल, कॉलेज और दुकानें सब बंद हैं। इसके साथ ही इंटरनेट सुविधा भी ठप कर दी गई है।
चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल तैनात कर दिया गया है जहां पैरामिलिट्री फोर्स को भी लगाया गया है। प्रदेश के बड़े अधिकारियों के अलावा सीएम पुष्कर सिंह धामी भई पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। इस बीच राज्य के एडीजी कानूनी व्यवस्था एपी अंशुमान ने बड़ी जानकारी दी है।
एडीजी ने दी बड़ी जानकारी
एडीजी कानूनी व्यवस्था एपी अंशुमान ने बताया कि गुरुवार को उत्तराखंड के हलद्वानी में एक अवैध मदरसे के विध्वंस को लेकर भड़की हिंसा में कम से कम चार लोग मारे गए और 100 पुलिसकर्मी घायल हो गए। तनावपूर्ण स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अधिकारियों को कर्फ्यू लगाने और अर्धसैनिक बलों को तैनात करने के लिए पूरी जानकारी दी है।
राज्य सरकार ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा कर्मियों को किसी भी अराजक तत्वों के खिलाफ घातक बल का उपयोग करने के लिए तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने के आदेश भी जारी किए गए हैं।
घटना से जुड़ी जरूरी बातें
गुरुवार को हलद्वानी के बनभूलपुरा में हुई हिंसा के बाद उत्तराखंड सरकार ने पूरे राज्य को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
मदरसे में तोड़फोड़ को लेकर हुई झड़प में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और 100 पुलिसकर्मी घायल हुए।
कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने को सुनिश्चित करने के लिए शहर में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गईं। प्रशासन ने सभी स्कूल-कॉलेजों को भी बंद करने का आदेश दिया है।
राज्य सरकार ने दंगाइयों को ‘देखते ही गोली मारने’ का आदेश जारी किया।
उग्र भीड़ ने बनभूलपुरा थाने को घेर लिया, जिससे कई पत्रकार और प्रशासनिक अधिकारी अंदर फंस गए थे।
अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया। पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता आईजी नीलेश आनंद भरणे ने एएनआई को बताया कि हिंसा प्रभावित इलाके में अर्धसैनिक बल की चार कंपनियां भेजी गईं। उधमसिंह नगर से पीएसी की दो कंपनियां भी हल्द्वानी पहुंचीं।