नई दिल्ली– उत्तर प्रदेश में इन दोनों सियासत तेज हो गई। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और उत्तर प्रदेश सरकार के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक एक दूसरे पर वार पलटवार कर रहे हैं। इस दौरान आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तरफ से डिप्टी सीएम बृजेश पाठक पर हमला बोला गया था। जुबानी हमले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बृजेश पाठक को सर्वेंट कहा था इसके बाद सर्वेंट की राजनीति अब तेज हो गई।
जानकारी के अनुसार हम आपको बता दें कि 2024 के चुनाव करीब है। उसके पहले भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर जितने का दावा कर रही है। वहीं इंडिया गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी 80 सीटों पर जितने का दावा कर रहे हैं। इस बीच अलग-अलग कार्यक्रमों में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहुंच रहे हैं। इस दौरान अपने एक कार्यक्रम में पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक पर निशाना साधा था।
उन्होंने उन पर निशाना साधते हुए उन्हें भारतीय जनता पार्टी का सर्वेंट बताया था। जिसके बाद सुबह होते ही डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने अपने ट्विटर हैंडल का नाम चेंज करके सर्वेंट बृजेश पाठक रखिए अब इस पर और राजनीति तेज़ हो गई। इस मौके पर बृजेश पाठक अपने एक कार्यक्रम में पहुंचे थे वहां पर उन्होंने अखिलेश यादव के बयान का पलटवार किया है।
जिस कार्यक्रम में अखिलेश यादव श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे और पुष्पांजलि कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे वहां पर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव से मिलने के लिए कार्यकर्ता गेट से जबरदस्त घुसकर अपने नेता से मिलने आ गए थे।
इस पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने पलटवार करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग अराजकता फैलाने में नंबर वन गुंडई करने में सबसे आगे रहते हैं। यह समाजवादी पार्टी के लोगों का आचरण है। यह आचरण उन लोगों का है जो की गुंडागर्दी करने के लिए जाने जाते हैं।
जब से डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने अपने नाम के आगे सर्वेंट लिखा तब से लेकर राजनीति बढ़ गई है।