नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने कल 10वीं और क्लास 12वीं का रिजल्ट घोषित कर दिया है, जिसके बाद छात्र-छात्राओं के चेहरे पर काफी रौनक दिख रही है। रिजल्ट ने किसी को खुशी दी है तो कहीं गम भी दिया है। इस बीच यूपी बोर्ड की लापरवाही का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानजर आप भी हैरान रह जाएंगे।
आप सोच रहे रहेंगे कि ऐसी क्या लापरवाही है। भला कोई स्टूटेंड्स 94 फीसदी नंबर लेकर आए हौ मार्कशीट में फेल दिखाए तो दिल दुखना लाजमी है। एक छात्रा ने अपना भविष्य बनाने के लिए दिन रात एक कर दिया, लेकिन थ्योरी में नंबर में नंबर भी खूब आए, लेकिन यूी बोर्ड ने उसकी फएल की मार्कशीट जारी कर गहरा सदमा दिया है। आप सोच रहे होंगे कि यह मजाक तो नहीं, लेकिन यह सौ फीसदी सच है। विभाग की लापरवाही से पीड़िती हुई छात्रा ने अब सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है।
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जानिए क्या है पूरा मामला
यूपी बोर्ड के नंबरों से जुड़ा यह पूरा मामला अमेठी जिला का है, जहां शिव प्रताप इंटर कॉलेज की छात्रा भावन वर्मा 94 फीसदी अंक पाकर भी अनुत्तीर्ण कर दी गई है। छात्रा के प्रैक्टिल नंबर 30 से जगह 3 दिखाए जा रहे हैं। 30 नंबर हिसाब से 6 सब्जेक्ट में 180 नंबर होने चाहिए थे, लेकिन यह जोड़ 18 किया गया है।
छात्रा के थ्योरी में 420 में 402 नंबर मिले हैं। अगर 402 में केवल 18 नंबर ही जोड़े गए हैं, जो किसी बड़ी लापरवाही से कम नहीं है। अगर 402 में 162 प्लस कर दिए जाते हैं तो फिर कुल नंबर 564 आएंगे। इस हिसाब से बेटी की प्रतिशत निकाले तो 94 बैठता है।
इसके बाद से छात्रा काफी परेशान दिख रही है। छात्रा का कहना है कि उसने कड़ी मेहनत की और सभी विषय में अच्छा परफॉर्मेंस किया, लेकिन मुझे 180 में कुल 18 नंबर ही दिए गए हैं। इस बीच छात्रा ने सीएम योगी आदित्यनाथ से नंबर बढ़वाने की गुहार लगाई है।
साथ ही स्कूल के प्रधानाचार्य नवल किशोर के मुताबिक, ऑफिस की गलती के कारण ऐसा हुआ है। छात्रा के सभी विषयों में नंबर अच्छे थे लेकिन प्रैक्टिकल के नंबर उसमें नहीं जोड़े गए हैं। छात्रा को अब रिजल्ट में संशोधन कर नया रिजल्ट प्रोवाइड कराया जाएगा।