नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य के बीच पनपा विवाद लगातार सुर्खियों में है। अब इस मामले में एक नया अपडेट सामने आया यह अपडेट ज्योति और आलोक के बीच विवाद की वजह बने मनीष दुबे से जुड़ा हुआ है। आपको बता दें कि डीआईजी होमगार्ड संतोष सिंह की जांच रिपोर्ट के आधार पर डीजी होमगार्ड बीके मौर्य ने मनीष दुबे के सन सन सन और एफ आई आर दर्ज करने की सिफारिश की है। सदन रहे मनीष दुबे फिलहाल महोबा में होमगार्ड विभाग में जिला कमांडेंट के पद पर तैनात हैं।
डीजी होमगार्ड बीके मौर्य ने कहा कि पीसीएस ज्योति मौर्य के पति आलोक की हत्या की साजिश की ऑडियो जांच करने के लिए एफ आई आर दर्ज की गई। आपको बता दें कि अब मनीष दुबे के सस्पेंशन और वायरल ऑडियो मामले पर एफ आई आर दर्ज करने की संस्तुति पर शासन स्तर पर जल निर्णय लिया जाएगा।
गौरतलब है कि डीआईजी की जांच में मनीष दुबे के तीन मामलों का जिक्र किया गया है। मामला पहला ज्योति मौर्य और उनके साथ उनके संबंध को लेकर है दूसरा मामला अमरोहा जिले का है। बताया जा रहा है। कि मनीष दुबे के खिलाफ अमरोहा में एक महिला होमगार्ड ने गंभीर आरोप लगाए थे। महिला का आरोप था कि अकेले में मनीष मिलने के लिए बुलाते थे। जब महिला होमगार्ड मिलने नहीं गई तो उसकी ड्यूटी पर रोक लगा दी थी। महिला होमगार्ड ने इस मामले की शिकायत बिजी हो हमसे की थी। अब इसका भी खुलासा हो गया है। इसको लेकर भी विभागीय जांच चल रही है इसमें भी मनीष दुबे दोषी पाए गए है।
जांच रिपोर्ट में तीसरी शिकायत मनीष दुबे की पत्नी का भी जिक्र किया गया है जिसमें मनीष दुबे की पत्नी ने जांच के दौरान लिखित बयान देकर आरोप लगाया है। कि शादी के बाद मनीष दुबे अब उससे 80 लाख रुपए का दहेज मांग रहे।
ज्योति और आलोक के बीच बना विवाद अब सुर्खियों में सबकी नजर बस किसी मामले पर टिकी हुई है कि आखिरकार ज्योति और मनीष के बीच कब दूरियां होती है और कब दोनों पर यस आई आर दर्ज होती है। लोगों का यह भी कहना है। कि दोनों को एफ आई आर दर्ज कर जेल भेज देना चाहिए अब देखने वाली बात होगी कि किस तरीके से प्रशासन अपना काम करता है। और किस पर कार्यवाही होती है। कौन दोषी पाया जाता है।