नई दिल्लीः पंजाब से दिल्ली चलो के अभियान पर निकले किसानों को हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर रोक लिया गया है। यहां बड़ी संख्या में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। अब तक किसान संगठनों के नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच तीन दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया है।
अब संयुक्त किसान मोर्चा केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के साथ मिलकर केंद्र के समक्ष अपनी मांगों को रखने के लिए शुक्रवार को ग्रामीण भारत बंद का ऐलान कर दिया है। भारत बंद के ऐलान से बड़ी संख्या में हाईवे और सड़कों पर जाम ही जाम दिखाई दे रही है, जिससे राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली के आसपास जुटे किसानों की भीड़ के चलते वाहन चालकों को भारी मुसीबत झेलनी पड़ रही हैं।
चार घंटे रहेगा जाम
सरकार से अपनी मांगें लेकर सड़कों पर निकले किसानों ने एकजुट होकर भारत बंद का ऐलान कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी समान विचारधारा वाले किसान संगठनों से एकजुट होने और भारत बंद में भाग लेने की अपील की है। दिनभर चलने वाला विरोध प्रदर्शन सुबह 6 बजे शुरू होगा और शाम 4 बजे खत्म होजाएगा।
किसान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक देशभर की प्रमुख सड़कों और हाईवे पर चक्का जाम करेंगे। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, परिवहन, कृषि गतिविधियां, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) ग्रामीण कार्य, निजी कार्यालय, गांव की दुकानें और ग्रामीण औद्योगिक और सेवा क्षेत्र के संस्थान शुक्रवार, 16 फरवरी को बंद रहने की संभावना है।
कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि हड़ताल के दौरान आपातकालीन सेवाएं जैसे एम्बुलेंस संचालन, समाचार पत्र वितरण, विवाह, चिकित्सा दुकानें, बोर्ड परीक्षा के लिए जाने वाले छात्र आदि प्रभावित होने की उम्मीद नहीं है।
दिल्ली और नोएडा रूट पर जाम
संयुक्त किसान और किसान मजदूर मोर्चा के भारत बंद का असर देशभर में देखा जा सकता है। दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में ज्यादा प्रभाव पड़ सकता है, जिसक चलते पुलिस ने अपनी कम कस ली है। नोएडा में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है, जबकि दिल्ली में पहले से ही लागू है। इसके अलावा नोएडा पुलिस ने ट्रैफिक को लेकर कुछ जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।