नई दिल्ली। अगले महीने इस साल का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024 Date) लगने जा रहा है। हिंदू धर्म में ग्रहण को बहुत ही ज्यादा माना जाता है। 8 अप्रैल 2024 को साल का पहला सूर्य लगने लगने जा रहा है। ज्योतिष के मुताबिक, इसके साथ ही, यह आखिरी पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। शास्त्रों के अनुसार, अगले महीने लगने वाला सूर्य ग्रहण रेवती नक्षत्र और मीन राशि में लगेगा।
पूर्ण सूर्य ग्रहण क्या होता है?
पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक लेता है, जिससे दिन अस्थायी रूप से एकदम अंधेरे में बदल जाता है और पृथ्वी पर छाया पड़ जाती है। इसे पूर्ण सूर्य ग्रहण कहा जाता है। नासा के अनुसार, “पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है, जिससे सूर्य का चेहरा पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाता है।”
सूर्य ग्रहण और सूतक काल का टाइम
साल का पहला सूर्यग्रहण 8 और 9 अप्रैल की मध्य रात्रि को लगने वाला है। सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को रात में 9 बजकर 12 मिनट से शुरू होगा जो 9 अप्रैल को 1 बजकर 25 मिनट पर खत्म होगा। सूर्यग्रहण का सूतक काल ग्रहण लगने के 12 घंटे पहले से ही लग जाता है। सूतक काल शुरू होने के बाद से ही लोगों को शुभ कार्य करने की मनाही हो जाती है। शास्त्रों के मुताबिक, 54 साल बाद पूर्ण सूर्य ग्रहण लग रहा है।
कहां-कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
साल का पहला सूर्यग्रहण भारत में नजर नहीं आने वाला है, इसलिए सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा। यह पूर्ण सूर्यग्रहण अलास्का को केवल छोड़कर संपूर्ण अमेरिका, मध्य अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, सहित कुछ उत्तरी भागों में देखा जायेगा।
दूसरा सूर्य ग्रहण कब लगेगा?
दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर को लगने वाला है। यह वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। वलयाकार सूर्य ग्रहण, या अग्नि वलय सूर्य ग्रहण, तब घटित होता है जब नया चंद्रमा सूर्य के सामने चलता है, लेकिन सूर्य की डिस्क को पूरी तरह से कवर नहीं करता है। वलयाकार ग्रहण दक्षिण अमेरिका (अर्जेंटीना और चिली) में दिखाई देगा, और आंशिक सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर और उत्तरी अमेरिका में दिखाई देगा।
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