नई दिल्ली- समाजवादी पार्टी ने अपने पिछड़े दलित और अल्पसंख्यक फार्मूला को धार देते हुए रविवार को अपनी नई उत्तर प्रदेश राज्य कार्यकारी इकाई के गठन की घोषणा कर दी है।
बता दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी की राष्ट्रीय और प्रांतीय इकाइयों समेत सभी संगठनों की कार्यकारिणी भी भंग कर दी थी।
पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल ही में 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पिछड़े दलित अल्पसंख्यक के संयोजक के रूप में पीडीएफ फार्मूला पेश किया था उनका मानना है। कि पीडीओ फार्मूला की मदद से अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पराजित किया जा सकता है।
नहीं प्रदेश कार्यकारिणी में वरिष्ठ सपा सदस्य मोहम्मद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला खान को प्रदेश सचिव बनाया गया।
पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कार्यकारिणी केपीडीए फार्मूले को अपने संबंधित एक सवाल पर पीटीआई भाषा को बताया सपा ने पार्टी काडर को उचित महत्व देने की कोशिश करते हुए सूची में पीडीए को आगे बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि रविवार को घोषित सपा की राज्य कार्यकारिणी के इन फार्मूला हक सी एल वर्मा श्याम पाल बिंद और आईएस बिना उपाध्यक्ष होंगे और राजकुमार मिश्र कोषाध्यक्ष बनाए गए हैं। चौधरी ने कहा इकाई में अन्य लोगों के अलावा 61 सचिव 48 सदस्य और 62 विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे।
उन्होंने आगे कहा 182 सदस्य प्रदेश का गाड़ी की घोषणा अखिलेश यादव की मंजूरी के बाद कर दी गई अपने गढ़ रामपुर और आजमगढ़ में विधानसभा चुनाव में लोकसभा उपचुनाव में हर के बाद पार्टी को पुनर्जीवित करने के प्रयास के तहत सपा प्रमुख ने पिछले साल अपने साथी संगठनों की राष्ट्रीय राज्य और जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया था केवल प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को बरकरार रखा गया था।