नई दिल्ली। सभी लोगों के सोने का तरीका बहुत अलग होता है। डॉक्टर एक्सपर्ट और बहुत से लोगों का यह कहना है कि हमें रोजाना 7 से 8 घंटे की भरपूर नींद लेनी चाहिए। जिससे हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है, लेकिन डिजिटल स्क्रीन के ज्यादा इस्तेमाल के चलते लोग अब 7 से 8 घंटे की नींद नहीं ले पाते हैं। वे फोन या अन्य गैजेट चलाते वक्त जैसे पाए वैसे सो जाते हैं। ऐसे में सोने की मुद्रा आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। आप जिस भी मुद्रा में सोते हो वह आपके बॉडी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अगर आप पेट के बल सोना पसंद करते हैं तो यह बहुत ही नुकसानदायक साबित हो सकता है।
अमेरिका के मैरीलैंड की डॉ अनीता सुवर्णसिद्धि ने यह कहा है कि पेट के बल सोने से आपको भविष्य में इन दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में रीड़ की हड्डी पर इसका क्या असर पड़ता है।
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दबाव
पेट के बल सोने से आपके रीड़ के हड्डी का स्टेबल होना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में गर्दन की पोजीशन भी बाधित होती है और गर्दन घुमाते हुए सिर और रीढ़ की हड्डी को एलाइनमेंट से बाहर कर देती है।
शुरू में नहीं दिखेगा प्रभाव
डॉक्टर और एक्सपर्ट का कहना है कि पेट के बल सोने से आपको शुरू में इसके असर नहीं दिखेंगे लेकिन धीरे-धीरे इससे आपके गर्दन एवं पीठ की दिक्कत बढ़ने लगेगी। साथ ही आपको चलने या फिर बैठने में भी दिक्कत होगी।
इसके अलावा आप को सख्त गद्दे का इस्तेमाल करना चाहिए या फिर पेट के नीचे तकिया लगा कर सो सकते हैं। इससे भी आपको दिक्कत नहीं होगी। हो सके तो आप पेट के बल सोने के आदत को सुधार सकते हैं जिससे आपको भविष्य में इन तकलीफों से बचने में राहत मिले।