नई दिल्लीः बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने वही कर दिखाया जिसका कयास लगाए जा रहे थे। उन्होंने पटना स्थित राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को अपनी इस्तीफा सौंप दिया। वे एनडीए के समर्थन से 9वीं पर सीएम पद की शपथ लेंगे। चार साल में यह तीसरा मौका होगा, जब वे सीएम पद की शपथ लेंगे।
नीतीश कुमार के इस्तीफे से ना सिर्फ आरजेडी व बल्कि महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है। नीतीश कुमार ने ही महागठबंधन बनाने की कवायद की थी। दूसरी ओर अब बीजेपी भी अपना समर्थन जेडीयू को देकर नई सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। राजभवन के आसपास सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद प्रबंध किए गए थे।
9वीं बार शपथ लेंगे नीतीश कुमार
जेडीयू के प्रमुख नीतीश कुमार बिहार के सीएम के तौर पर 9वीं बार शपथ लेंगे। इन चार साल में तीसरी बार वे सीएम पद की शपथ लेंगे। अब सभी की निगाहें आरजेडी के अगले कदम पर टिकीं हैं। आरजेडी के पास विधायकों की संख्या बल कम के चलते बैकफुट पर है, जो महागठबंधन एकता के तौर पर बड़ा झटका माना जा रहा है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीतीश कुमार आज ही 8 मंत्रियों के साथ शपथ ले सकते हैं। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए बिहार में यह बूस्टर डोज साबित हो सकता है। दूसरी ओर बीजेपी ने भी अपने समर्थन पत्र पर सभी विधायकों के हस्ताक्षर करवा लिए हैं। बीजेपी के पास 78 विधायक हैं, जबिक जेडीयू 45 विधायकों के साथ तीसरे नंबर की पार्टी है। इस हिसाब से दोनों पार्टियों का ही जोड़ दिया जाए तो 12 संख्या बैठती है।
आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण
जानकारी के लिए बता दें कि पहले से ही कयास लगाए ज रहे थे कि बिहार की सियासत के लिए आज सुपर संडे साबित होगा। जेडीयू विधायक दल की बैठक में इस्तीफा देने की रूप रेखा तैयार की गई थी। इसमें एनडीए के साथ जाने का प्रस्ताव पास होना तय था।