नई दिल्ली- सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मैंने बहुत गांधी का अध्ययन नहीं किया है। मैंने तो केवल गांधी की जीवनी पड़ी होगी केंद्र में गांधी पर किताबे आती हैं। गांधी जी का साहित्य छपता रहता है। हमारे जोधपुर गांधी केंद्र के संचालन नेमीचंद भाव उनके वहां बैठकर कुछ पढ़ लेते थे। तब भी मेरे दिल में गांधी को लेकर विशेष भाव है। जो गांधी का अध्ययन कर चुका है वह देश दुनिया में क्या व्यक्ति तो रखता होगा। गहलोत जयपुर में शांति और अहिंसा विभाग के गांधी दर्शन ट्रेनिंग सम्मेलन को वर्चुअल संबोधित कर रहे थे।
गहलोत ने कहा मैंने पीएम नरेंद्र मोदी को एक मीटिंग में कहा था कि मोदी जी आप दुनिया में जाते हो आप का सम्मान क्यों होता है। आपका सम्मान इसलिए होता है। क्योंकि लोग कहते हैं कि आप गांधी के देश से आए हो आप उस देश से आए हो जहां 70 साल बाद भी लोकतंत्र मजबूत रहा है। इसलिए आप का सम्मान होता है।
गहलोत ने आगे कहा कि धर्म के नाम पर जिस तरह की राजनीति चल रही हो वह देश को एक नहीं रख सकती धर्म के नाम पर आप लोगों को भड़का सकते हैं। थोड़े समय के लिए लोगों को बरगला सकते हैं लेकिन लंबे समय तक नहीं चल सकता रोहित का सबसे बड़ा उदाहरण है। उसके 15-16 टुकड़े हो गए हमारा देश आजादी के 75 साल बाद भी एक और अखंड क्यों है। क्योंकि गांधी जी का संदेश है कि उसकी भावना से लोकतंत्र मजबूत रहता है. उस सद्भावना के आधार पर देश चला है। हमारे सामने चुनौती आई लेकिन हम एक रहे।
गहलोत ने आगे कहा कि गांधीवाद आज देश की सबसे बड़ी आवश्यकता है आज देश में क्या हो रहा है गांधी के संदेश का आज के वक्त में क्या महत्व है। क्या चिंता है। देशवासियों की देश किस दिशा में जा रहा है। किस प्रकार से संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है। मणिपुर में क्या हो रहा है। प्रधानमंत्री राजनीति करने के लिए मणिपुर को राजस्थान छत्तीसगढ़ से कंपेयर कर रहे हैं। जो दुर्भाग्य प्रधानमंत्री का पद गरिमा पद वाला है पीएम कह रहे हैं। मणिपुर राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री को चाहिए कि वहां हिंसा हो रही महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है। उनको रोके या गलत है।
देश में यह स्थिति बन जाए बन जाए तब लोकतंत्र खतरे में आ रहा है। संविधान की धज्जियां उड़ा रही है ऐसे में गांधीवाद के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं की भूमिका बढ़ जाती है। वह सब क्रांति करने के लिए निकल पड़े है।