नई दिल्ली- कहते हैं जाको राखे साइयां मार सके ना कोई, या कहावत अलवर में सिद्ध होती नजर आई है। रक्षाबंधन के मौके पर अलवर के एक डिस्पोजल व्यापारी अपनी बेटी दामाद व नातिन को लेकर घर लौट रहे थे। बहरोड मार्ग पर ततारपुर के पास गायों को बचाने के लिए अचानक व्यापारी ने गाड़ी के जैसे ही ब्रेक लगाकर स्टेरिंग घुमाया तो कार सड़क किनारे 100 फीट गहरी खाई में जा गिरी।
एक पल के लिए लगा कि यह जिंदगी का आखिरी पल है। लेकिन गाड़ी में बैठे सभी लोगों की आवाज आई तो सभी ने राहत की सांस ली। और व्यापारी ने गाड़ी का दरवाजा तोड़ व सभी को बाहर निकला गाड़ी से बाहर निकलते ही सभी ने भगवान का धन्यवाद दिया। लोगों की मदद से सड़क पर आए और घर पहुंच कर पूरी घटना की जानकारी पर जनों को दी यह पूरा मामला लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
अलवर के शिवाजी पार्क निवासी अखिलेश गर्ग डिस्पोजल व्यापारी अखिलेश ने बताया कि वह मंगलवार को घूमने गए थे। इस दौरान रास्ते में कोटपूतली से बेटी का फोन आ गया। कि वह भी उनके साथ घर चलेगी इस पर व्यापारी बेटी के घर गया वह उनको कर में लेकर अलवर लौट रहा था। कार में बेटी मेरा दामाद पियूष हुआ रगबी बैठे हुए थे।
ततारपूर अलवर मार्ग पर ततारपुर के निकट सड़क के किनारे झाड़ियां से दो गाय सड़क की तरफ भाग कर आ गई। गाय को देखकर अखिलेश ने तेजी से ब्रेक लगाया वह कर की स्टेरिंग घुमाई। जैसे कर की अचानक संतुलन बिगड़ गया वह कार कंट्रोल नहीं हो सकी।
अखिलेश ने कहा कि आमतौर पर टीवी व फिल्मों में ऐसा देखा था। कि हादसे के बाद गाड़ी में आग लग जाती वह धमाका होता है। इसलिए गाड़ी के नीचे गिरने के बाद उसने तुरंत दरवाजा तोड़ खुद बाहर निकले और सभी को बाहर निकाल कर गाड़ी से दूर किया उसके बाद वहां मौजूद कुछ लोगों की मदद से उसे सड़क पर आए। परिवार जनों को फोन किया कुछ देर में बेटा गाड़ी लेकर घटनास्थल पर पहुंच सभी लोग उसके बाद घर पहुंचे और घर पहुंच कर पूरी घटना की जानकारी परिजनो को दी। जिसने भी इस घटना के बारे में सुना वह इस पूरे मामले को किसी चमत्कार से कम नहीं बता रहा है। कार को रात को ही जेसीबी से निकल गया। आप इस पूरे मामले में क्षेत्र में चर्चा हो रही अलग तरीके की चर्चा को लेकर लोग व्यापारी से भगवान का करीबी बता रहे हैं। तो व्यापारी ने कहा कि उसे वह उसके परिवार को नया जीवन मिल गया।