नई दिल्ली – राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को केंद्र की बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने मणिपुर की घटना पर सवाल उठाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर आपत्ति भी जताई है। डायलॉग ने कहा है कि पीएम ने महिलाओं को लेकर कानून व्यवस्था पर राजस्थान का नाम लिया है जिससे यहां के लोगों की भावनाएं हुई है।
बता दे की राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मणिपुर के हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है उन्होंने कहा पीएम मोदी के राजस्थान की तुलना मणिपुर से करके यहां के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ के पीएम को राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति का ध्यान रखना चाहिए। उससे राजस्थान की भावनाएं आहत हुई। गहलोत ने कहा मोदी तो विदेश जाते हैं।लेकिन वह मणिपुर नहीं गए।
उन्होंने कहा मणिपुर में बीजेपी की सरकार है। आप कल्पना कर सकते हैं। कि अगर वहां कांग्रेस की सरकार होती तो क्या होता मणिपुर के सीएम ने खुद माना है। कि हजारों घटनाएं हुई हैं। मणिपुर में अनुमानित 3000 से 4000 एफ आई आर दर्ज की गई और यह लोग मणिपुर की तुलना राजस्थान से कर रहे हैं। राजस्थान में छिटपुट घटनाएं हुई हैं। जिसकी तुलना मणिपुर से नहीं की जा सकती है।
अगर पीएम मोदी मणिपुर नहीं जा सकते तो उन्हें एक बैठक बुलानी चाहिए थी। मणिपुर के हालात की समीक्षा करनी चाहिए थी मैंने पहली बार देखा कि कोई प्रधानमंत्री चुनाव के लिए कर्नाटक राजस्थान और अन्य जगहों का दौरा कर रहा है। लेकिन मरीपुर का नहीं मणिपुर में उनकी सरकार है। सोचिए अगर कांग्रेस वहां सत्ता में होती तो वह क्या कहते हैं।
गहलोत ने आगे कहा मणिपुर के खुद वहां के हालात को स्वीकार किया है। हम सामाजिक सुरक्षा सामाजिक कल्याण सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं। गहलोत का कहना था। कि एनसीआरबी डाटा के अनुसार असम दिल्ली-एनसीआर उड़ीसा हरियाणा अपराध के मामले में टॉप 5 में है। यह मेरा डाटा है। मैंने यह सुनिश्चित किया है। कि राजस्थान में f.i.r. स्वतंत्र रूप से दर्ज की जा सके है। अपराध से निपटने के प्रति हमारा दृष्टिकोण ठीक है।