नई दिल्ली– 25 नवंबर को मतदान को लेकर राजस्थान की सियासत गर्म है। सबसे तेज इस समय टिकट को लेकर गर्माहट तेज अगर हम बात करें तो राजस्थान की ऐसी 13 सीटें हैं। जिन पर कांग्रेस अभी तक कोई प्लान नहीं कर पाई है। यानी कि इन 13 सीटों पर कांग्रेस के लिए टिकट फाइनल करना जंजाल बना हुआ है क्यों बना हुआ है। हम आपको बताते हैं।
जानकारी के अनुसार हम आपको बता दें कि यह ऐसी सिम हैं जहां पर जब कांग्रेस पर संकट पड़ा था जब कांग्रेस की सरकार गिरने वाली थी तब यहां पर बहुजन समाज पार्टी की तरफ से आए विधायकों ने यहां की कमल संभाली थी इसके बाद अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद खोलकर इन विधायकों के टिकट काटे जाने के खिलाफ खड़े हो गए।
हम आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बयान भी दिया है जिसमें उन्होंने इन विधायकों का जिक्र किया क्या कुछ कहा है वह भी हम आपको नीचे खबर में विस्तार से बताते हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब 2020 में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कांग्रेस के खिलाफ बिगुल फुक तब यह तेरा विधायक ऐसे थे। जो की निर्दलीय थे। यानी कि भारतीय जनता पार्टी के विपक्ष में बहुजन समाज पार्टी में जब हमारी सरकार गिरने लगी। तब यह तेरा विधायक आ गए जिसकी वजह से कांग्रेस की गहलोत सरकार बच सकी थी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से इन विधायकों को 10 करोड रुपए का ऑफर दिया गया था। उसके बाद भी यह विधायक हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े थे।
कांग्रेस की तरफ से राजस्थान में 100 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बयान दिया उन्होंने कहा कि 101 विधायकों के पक्ष में हम अपना बयान जारी करेंगे।
सबसे पहले हम आपको बता दें कि 100 करोड़ का मामला क्या है 2018 में जब विधानसभा का चुनाव राजस्थान में हुआ तब कांग्रेस 100 भारतीय जनता पार्टी 73 सीटों पर जीत चुकी थी। वही बहुजन समाज पार्टी के पक्ष में 6 विधायक आए थे। वहीं आरएलपी की तीन विधायक और बप के दो विधायक और आरएलडी का एक विधायक जीत कर विधानसभा पहुंचा था। कुल मिलाकर तेरा निर्दलीय विधायक जीतने में कामयाब हुए थे। जिसमें से 11 ऐसे विधायक थे। जो कि कांग्रेस से बगावत करके विधायक बने थे क्योंकि उन्हें कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया था।
उसके बाद 2020 में मुख्यमंत्री की कुर्सी का दावा करने वाले सचिन पायलट को जब उपमुख्यमंत्री की कुर्सी मिली तो उन्होंने बगावत छोड़ दी और जून 2020 में सचिन पायलट ने बगावत के सिर्फ फूटी इस दौरान कांग्रेस की गहलोत सरकार संकट में आ चुकी थी। और उसे समय इन तेरा निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस की गहलोत सरकार पर भगवान की इच्छा बनकर खड़े थे। यानी कि इन 13 विधायकों की वजह से राजस्थान में गहलोत की सरकार बची थी। जिनके समर्थन में आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद खड़े नजर आ रहे है।