नई दिल्ली– राजस्थान में विधानसभा चुनाव की सियासत तेज हो गई है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी पूरी ताकत से अपने आप को राजस्थान में जीता हुआ बता रही है। क्योंकि यहां पर 25 नवंबर को मतदान होना है। उसके पहले भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय स्तर के नेता राजस्थान एक के बाद एक पहुंच रहे है। इस मौके पर आज जेपी नड्डा भी राजस्थान का दौरा करेंगे। इन सब के बीच एक सवाल लगातार बना हुआ कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर देती है। तो क्या भारतीय जनता पार्टी को नुकसान होगा या फायदा होगा इसके बारे में हम आपको नीचे विस्तार में बताते हैं।
बता दे की राजस्थान विधानसभा चुनाव बहुत करीब है। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कमाल के निशान पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। लेकिन एक सवाल तो बनता है कि क्या भारतीय जनता पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर देती तो क्या भारतीय जनता पार्टी को नुकसान होगा या फायदा होगा इसको लेकर हम आपको बता दें कि जनता ने क्या कुछ कहा है।
जब 2023 के विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री पद के दावेदार को लेकर जनता से सवाल किया गया और पूछा गया कि अगर भारतीय जनता पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर देती है। तो कितना फायदा होगा इस पर 43% लोगों का मानना है कि विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी का फायदा होगा जबकि 42 परसेंट लोगों ने यह कहा कि अगर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम सीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर आगे कर दिया जाता है। तो भारतीय जनता पार्टी को नुकसान झेलना पड़ सकता है यही नहीं 12% ऐसे लोग हैं। जिनका कहना है। कि भारतीय जनता पार्टी चुनावी संभावनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। नाम दें या ना दे।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 2003 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद 2008 और 2013 2018 में मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली थी।अब 2023 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की क्या रणनीति अभी से लेकर सवाल लगातार बना हुआ है। अब देखने वाली बात यह होगी कि राजस्थान में किसकी सरकार बनती है। और कौन मुख्यमंत्री बनता है।