नई दिल्ली- 2023 के आखिरी में राजस्थान में विधानसभा चुनाव हो जाएंगे लेकिन उससे पहले भारतीय जनता पार्टी के लिए राजस्थान में मुश्किलें खड़ी होती नजर आ रही है। क्योंकि यहां पर समाजसेवी के तौर पर बड़े नेता माने जाने वाले अन्ना हजारे एक बड़ा आंदोलन करने जा रहे हैं। आखिरकार यह आंदोलन क्यों होने जा रहा है और क्या इसके पीछे की वजह है नीचे खबर में जानिए
बहुजन समाज पार्टी की तरफ से अन्ना हजारे को एक जनसभा में संबोधित करने के लिए और कार्यक्रम में शामिल करने के लिए आमंत्रित किया गया था जिसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए बड़ा बयान दे दिया उन्होंने राजस्थान की जनता से सहयोग मांगा है। उन्होंने कहा कि अगर राजस्थान की जनता मेरा साथ देगी तो मैं उनसे दो कदम आगे चलूंगा। और पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय दर्जा दिलाने के लिए आखिरी सांस तक संघर्ष करता रहूंगा। और इससे बड़े आंदोलन में बदलकर केंद्रीय सरकार को जागरूक करने और आईना दिखाने का काम करूंगा।
उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए चेतावनी दी कहा कि अगर ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं किया गया। तो वह राजस्थान चुनाव से पहले प्रदेश में बड़ा आंदोलन कर सकते हैं। और यह आंदोलन भारतीय जनता पार्टी के लिए भारी पड़ता दिखाई दे रहा है।
जानकारी के अनुसार आपको बता दे की ईआरसीपी को राष्ट्रीय दर्जा दिए जाने की मांग करते हुए क्षेत्रीय लोगों ने क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर लोगों से समर्थन हासिल कर रहे हैं। और परियोजना के लिए जनसंपर्क को और अधिक संभल देने के लिए शनिवार को अन्ना हजारे ने टोडाभीम की जनसभा में पहुंचकर ग्रामीणों का हौसला बढ़ाया।
उन्होंने जन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस योजना को सरकार अपने आप राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दे दे नहीं तो नई दिल्ली रामलीला मैदान के पहले आंदोलन के बाद अब राजस्थान में एक दूसरा बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि 15 साल की उम्र में समाज सेवा के लिए घर छोड़ दिया था। और अब 86 साल की उम्र हो गई है जब तक जिऊंगा समाज और जनता की सेवा करता रहूंगा।