नई दिल्ली – राजस्थान में विधानसभा चुनाव पार्टी अपने आप को जीता हुआ बता रही है। इस दौरान जाट वोटरों को लेकर राजस्थान में अब राजनीति शुरू हो गई। इसको लेकर अलग-अलग पार्टी अपना-अपना दावा करती हुई नजर आ रही है। आज हम आपको बताएंगे कि राजस्थान चुनाव में कितना जाट वोटरों का हिस्सा है और किस तरीके से जात वोटर अपने आप को मांगते हुए दिखाई दे रहे हैं।
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जानकारी के अनुसार आपको बता दे कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरीके से जाट वोटरों को लेकर सियासत में है। यही नहीं जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे सभी पार्टियों वोटरों को लुभाने का प्रयास करती हुई नजर आ रहीं हैं। इस बीच राजस्थान में जाट वोटरों की जो सियासत है वह तेज है। अगर प्रतिशत की बात की जाए तो 10% जाट वाटर राजस्थान में है। ऐसे में विधानसभा चुनाव में सभी पार्टियों की नजर जाट वोटरों पर है। और एक अलग सी बयान बाजी अलग से सियासत राजस्थान में देखने को मिल रही है।
राजस्थान के विधानसभा चुनाव में इस बार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी में कड़ी टक्कर दोनों इस समय 50-50 में दिखाई दे रहे हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री कांग्रेस सरकार के नेतृत्व करने वाले अशोक गहलोत लगातार रिपीट सरकार रिपीट करने का दावा कर रहे है। तो वही भारतीय जनता पार्टी की तरफ से परिवर्तन की यात्रा निकालकर राजस्थान में परिवर्तन का दावा किया जा रहा है।
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आज हम आपको बता दें कि जाट वोटरों को खुश करने के लिए भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पार्टी लगातार प्रयास कर रही कि किस तरीके से जात वाटर खुश रहें है। और अपने-अपने पक्ष में करने की लगातार कोशिश की जा रही है।
राज्य में 47.6 मिलियन मतदाताओं में से प्रतिशत की बात करें तो यहां पर 10% जात है यहां पर मारवाड़ का प्रभाव है ज्यादा है और राजनीतिक प्रभाव में राजपूतों का भी हिस्सा ज्यादा से ज्यादा पास या 6% माना जाता है और गुर्जरों की जो संख्या है। वह 5 से 6% बताई जा रही।
भारतीय जनता पार्टी की टक्कर को लेकर आप अलग-अलग सी बातें निकलकर सामने आ रही है। उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के नेता राजस्थान पहुंच कर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदाताओं को निभाने का प्रयास करेंगे।