नई दिल्ली- एनडीए में शामिल होने के बाद चिराग पासवान ने बताया की हाजीपुर सीट किस लिए चाहिए क्योंकि यह मेरे पिता की विरासत है। और यह सीट मेरे पिता रामविलास पासवान का पर्याय बन गई है।
एनडीए में शामिल होने के बाद एलजेपी के चीफ और जमुई से सांसद चिराग पासवान ने बातचीत करते हुए बताया कि उन्हें हाजीपुर लोकसभा सीट क्यों चाहिए। चिराग ने कहा कि हाजीपुर कब पर दावा करने के लिए मेरे पास अपनी वजह वासी मेरे पिता रामविलास की पर्याय है। और हाजीपुर के प्रति मेरी जिम्मेदारी है।
हाजीपुर सीट पर पशुपति पारस के दावे को लेकर जमुई सांसद ने कहा कि हर कोई अपने दावे करता है। वह वहां से मौजूदा सांसद हैं। लेकिन हाजीपुर से दावेदारी के मेरे अपने कारण है। मैंने जब से होश संभाला तब से अपने पिता रामविलास को वहां प्रतिनिधित्व करते देखा है। कुछ काम उन्होंने किए कुछ रह गए। इसलिए हाजीपुर के प्रति जिम्मेदारी हमारी है उनके बचे हुए कामों को पूरा करना है। उन्होंने दावा किया कि मुझे पूरा विश्वास है। कि हमारी पार्टी हाजीपुर से चुनाव लड़ आएगी वही जब उनसे चाचा पशुपति पारस के बारे में पूछा गया। तो उन्होंने कहा कि वह मेरे चाचा ही हैं। उनके खिलाफ कभी कोई टिप्पणी नहीं की है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या पशुपति पारस के खिलाफ भी हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने कहा मुझे नहीं लगता कि ऐसी स्थिति आएगी समय रास्ता निकाल ही लेगा मैं जिस परिवार से आता हूं। वहां बड़े लोग ही ऐसे फैसले लेते हैं फाइनली इसका निर्णय बीजेपी को ही लेना है। चिराग ने कहा समय से ठीक हो जाएगा और कोई रास्ता निकल आएगा। उम्मीद है। कि 2024 तक चीजें ठीक हो जाएंगे ईमानदारी से कहूं तो पिछले 2 साल मेरे और मेरे परिवार के लिए कठिन समय थे। हमने कई चुनौतियां देखी और उनका सामना किया अब मैं बहुत आगे आ गया हूं। लेकिन अब मैंने अपने चाचा जी को देखा तो वह भी वही है। उन्हें उत्तेजित देखते हुए देखता हूं तो दुख होता है।
मोदी कैबिनेट में शामिल होने को लेकर जब उनसे पूछा गया। तो उन्होंने कहा कि गठबंधन मंत्री बनने के लिए नहीं होता मंत्री पद बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अधिकार क्षेत्र है। कि वह किसे कैबिनेट में शामिल करना चाहते हैं। इसमें किसी का भी बातचीत करना ठीक नहीं है। चिराग ने एलजेपी आर ने एनडीए में शामिल होने को लेकर कहा कि गठबंधन नीतियों सिद्धांतों को लेकर होता है कॉमन एजेंट क्या है। इसको लेकर होता है बिहार में एनडीए को मजबूती देने के लिए हमने गठबंधन किया है। हमने मंत्री बनने के लिए गठबंधन नहीं किया है।