महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा भूचाल आ गया है। एनसीपी नेता अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली है। और वह शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं। और उनके साथी एनसीपी के 18 विधायक भी हैं जिसमें से 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ले ली है।
बता दे कि भाजपा शिवसेना गठबंधन को समर्थन देने और सरकार में शामिल होने का अजित पवार का फैसला 2024 से पहले विपक्षी एकता के लिए सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है। इस बीच एनसीपी ने अजित पवार और अन्य 9 विधायकों के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष के पास अयोग्यता याचिका दायर कर दी गई है।
9 विधायक एक पार्टी नहीं हो सकतेपाटी:जयंत पाटील
अजित पवार के शिवसेना सरकार में शामिल होने के बाद एनसीपी के महाराष्ट्र अध्यक्ष जयंत पाटिल का बयान सामने आया है उन्होंने कहा कि हमारी राज्य अनुशासन समिति में शिकायत की गई है जिसके बाद अयोग्यता याचिका विधानसभा अध्यक्ष को ईमेल द्वारा दायर की गई हम इसे फिजिकली भी प्रस्तुत करेंगे हमने इसे व्हाट्सएप मैसेज पर भी सबमिट कर दिया साथ ही हमने विधानसभा स्पीकर से कल जल्द से जल्द सुनवाई करने का आग्रह करेंगे हम ने चुनाव आयोग से भी संपर्क किया कि सभी जिलों के प्रभारी पार्टी कार्यकर्ता शरद पवार के साथ हैं 9 विधायक एक पार्टी नहीं हो सकते उनके द्वारा ली गई शपथ पार्टी लाइन के खिलाफ है इस पर कार्यवाही होनी चाहिए।
बता दें कि 2024 के लिए शिंदे सरकार अब आसान मान रही है। क्योंकि एक बड़े नेता को एनसीपी पार्टी से तोड़ लेना और उनके साथ में 9 विधायकों को भी सिद्ध सरकार में मंत्री बना लेना यह 2024 को लेकर बड़ा निशाना जरूर माना जा रहा है।
सुबह तक अजित पवार विपक्ष के सबसे बड़े नेता थे और वह सुबह तक शिंदे सरकार को आईना दिखा रहे थे आखिरकार शाम को ऐसा क्या हो गया कि शिंदे सरकार में ही विपक्ष के नेता अजित पवार बीजेपी गठबंधन में शामिल हो गए और उसके बाद उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ भी ले ली अब इसको लेकर देश की राजनीति के साथ में महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल सा आ गया है। महाराष्ट्र की जनता समझ नहीं पा रही है। आखिरकार यह हो क्या रहा है।