मुगलों ने अय्याशी की तोड़ी सभी दीवारें, सौतेली मां से ही इश्क में पागल हो गया था सलीम जहांगीर, फिर हुआ ऐसा कि…

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नई दिल्लीः भारत के ऊपर मुगलों ने लंबे समय तक राज किया, जिनकी कई पीढ़ियों के युवराज ने बादशाह की कमान थामी। मुगल शासक बाबर से लेकर औंरग्जेब तक तमाम ऐसे बादशाह हुए जिनके किस्से आज भी गुनगुनाए जाते हैं। मुगल बादशाह जितने खूंखार थे, उतने ही प्यार में पागल भी थे।

किसी पर दिल आ जाता तो संबंध बनाने से भी नहीं चूकते, जिनके ऐसे उदाहररण कोई एक नहीं बल्कि कई हैं। कुछ मुगल बादशाह ने तो मां और बहन के रिश्तों को भी तार-तार करने का काम किया। इसलिए मुगल बादशाहों को शान ओ शौकत के साथ अय्याशी के लिए भी याद किया जाता है।

आज हम आपको एक ऐसे मुगल बादशाह के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी अय्याशी के किस्से एक नहीं बल्कि कई सारे हैं। अय्याशी भी ऐसी कि सौतेली मां तक से प्यार हो गया। आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कौन सा बादशाह था। इसके लिए आपको हमारा आर्टिकल नीचे तक ध्यान से पढ़ना होगा।

इस बादशाह को हुई सौतेली मां से मोहब्बत

आज हम आपको एक ऐसे मुगल बादशाह के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे अपनी सौतेली मां से ही प्यार हो गया। नतीजा यह रहा कि उन्हें जिंदा ही चिनवा दिया गया। इस बादशाह का सलीम जहांगीर और अनारकली की है। क्या आपको पता है कि अनारकली सलीम जहांगरी की सौतेली मां थी।

जानकर हैरानी होगी कि अकबर के राज में अनारकली मुगल साम्राज्य के शासक अकबर की कनीज बनीं। इसके बाद अनारकली को एक बेटा हुआ। बेटे का नाम दानियाल पड़ा। अनारकली अकबर की कनीज बन गई, लेकिन कुछ समय बाद अनारकली और सलीम का प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। कुछ ही दिन में यह बाद पूरे राज महल में फैल गई।

अकबर ने उठाया था यह कदम

कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, अकबर की पत्तियों में अनारकली काली भी एक थी। जब मुग़ल सल्तनत में उनके बेटे(Jahangir) और उनकी पत्नी(Anarkali)के प्रेम प्रसंग की अफवाह फैलने लगी, तो अकबर ने दोनों को अलग करने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे।

कुछ दिन बाद उन्होंने अनारकली को दीवार में चिनवा दिया। इसके बाद दोनों को अलग कर दिया। जानकर हैरानी होगी कि जहांगीर यानी सलीम ने अनारकली की याद में लाहौर में एक मकबरा मकबरा बनवाया। इसे अनारकली मकबरा के नाम से जाना जाात है।

शाहजहां ने भी मुमताज के नाम पर बनाया था ताज महल

मुगल बादशाह अय्याशी के लिए जाने जाते थे, जिन्होंने अपनी हवस मिटाने के लिए रिश्तों को तार-तार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। औरंगजेब को मुमताज से ऐसा प्यार हुआ कि उनकी मौत के बाद याद में ताजमहल ही बनवा दियाी। इसे भारत का बड़े पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है।

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